छत्तीसगढ़/कोरबा :- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर जोन सहित रेल प्रबंधन के द्वारा एक साथ 22 ट्रेनों को 24 अप्रैल से 23 जुलाई 2022 कुल एक माह तक के लिए रद्द कर देने पर कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने अपनी कड़ी आपत्ति और नाराजगी व्यक्त की है। कोरबा सांसद ने कहा है कि रेलवे प्रबंधन लंबे समय से ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों की तकलीफें बढ़ाने का काम कर रहा है। पहले भी कोरोना काल की बात कहकर रेलवे ने अनेक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित किया है जिसमें पूरे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ कोरबा संसदीय क्षेत्र की ट्रेनें भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद भी ट्रेनों का परिचालन सुचारू नहीं किया जा सका है और अब जनता को तकलीफ में डालने का काम कर छत्तीसगढ़ से चलने वाली करीब 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। सांसद ने कहा है कि जब उन्होंने स्वयं और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सहित अनेक जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी इस विषय में रेलवे के शीर्ष प्रबंधन को पत्र लिखकर एवं चर्चा कर यात्री ट्रेनों का परिचालन बहाल करने की लगातार बात रखी है तब उस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाना जनप्रतिनिधियों व जनता के हितों की सरासर अवहेलना ही है। रेलवे प्रबंधन जनता के धैर्य की परीक्षा ले रहा है। सांसद ने कहा है कि अभी जबकि शादी-विवाह सहित छुट्टियों के मौसम है और लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए रेलवे सुगम माध्यम है तब एक साथ 22 ट्रेनों को रद्द करना किसी भी सूरत में कदापि उचित नहीं है।