छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोरबा जिले की कोरबा विधानसभा सीट हाई प्रोफाइल सीट रही है जहां कोरबा विधानसभा सीट अस्तित्व में आने के बाद इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है इस सीट से कांग्रेस की टिकट पर जयसिंह अग्रवाल तीन बार विधायक बने, अब विधायक जयसिंह अग्रवाल पर चौथी बार कांग्रेस ने भरोसा जताया है और उन्हें प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है वह वर्तमान में सरकार में राजस्व मंत्री भी हैं, लिहाजा यह सीट हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही है अगर चौथी बार जयसिंह अग्रवाल विजय हासिल करते हैं तो यह प्रदेश व केंद्र की सत्ता में प्रमुख भूमिका में नजर आएंगे, यहां तक कि अगर प्रदेश में कांग्रेस को बहुमत मिला तो मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदारों में से एक होंगे, जो एक दबंग नेता के रूप में भी जाने जाते हैं और इनकी राजनीतिक पकड़ के साथ-साथ कार्यकर्ताओं और जनता में अच्छी पकड़ है जो राजनीतिक समीकरण और जनता के बीच सामंजस्य बैठने में माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं,
वही दूसरी ओर इनके विपक्ष में भाजपा प्रत्याशी लखन लाल देवांगन इस बार कोरबा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में है जो एक सहज और सरल व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति माने जाते हैं यह पूर्व में कोरबा नगरपालिका निगम के महापौर भी रह चुके हैं और भाजपा सरकार में संसदीय सचिव भी रहे हैं इनके सरल स्वभाव की लोग तारीफ करते हैं सरल स्वभाव लोगों को आकर्षित करता है, इनकी पहचान शुद्ध छत्तीसगढ़िया के रूप में बनी हुई है, इन्होंने कोरबा नगर पालिका निगम में महापौर रहते हुए कई ऐसे कार्य किए हैं जिसके कारण इनकी भी जनता के बीच अच्छी पैठ है और उनके सरल सहज स्वभाव के कारण इन्हें जानता काफी पसंद करती है, अगर उनकी जीत हुई तो पार्टी में इनका कद बढ़ेगा और बीजेपी की सरकार बनी तो प्रमुख भूमिका में नजर आएंगे ।
लेकिन इस बार के चुनाव में एक तरफ कांग्रेस प्रत्याशी जो धनबल के नाम से विख्यात हैं और दूसरी तरफ बीजेपी के प्रत्याशी जन बल के नाम से जाने जाते हैं, अब देखना होगा की मतदाता धनबल या जन बल किसे अपना विधायक चुनती है, आज 17 नवंबर को मतदाता इनके भाग्य का फैसला करेगें और अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए अपना विधायक चुनेंगे ।
हालांकि कोरबा विधानसभा सीट पर अबकी बार हो रहे इस चुनाव में वोटर साइलेंट नजर आ रहे हैं जिसके कारण अंदाज़ लगाना मुश्किल की किसका पलड़ा भारी होने वाला है क्या परिवर्तन अबकी बार होगा या फिर जय की जय होगी, लोगों में भारी उत्सुकता, हालांकि आज 17 नवंबर को मतदान के बाद 3 दिसंबर को मतगणना के बाद ही लोगों की उत्सुकता दूर हो पाएगी , की जनता का आशीर्वाद किसे मिला, और कौन 5 साल राज करेगा, वहीं अन्य पार्टियों के प्रत्याशी व निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में है जो भाजपा कांग्रेस का ही वोट काटेंगे और दोनों का समीकरण बिगड़ेंगे ।