छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोविड संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के दौरान घर-घर भ्रमण कर सर्वे करने वाली दो हजार से अधिक एक्टिव सर्विलेंस टीमों को फिर से एक्टिव करने के निर्देश कलेक्टर ने आज बैठक में दिये। एक्टिव सर्विलेंस टीम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, एएनएम तथा बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल हैं। सर्वे टीमों द्वारा घर-घर जाकर सर्वे कर लक्षणयुक्त मरीजों की जानकारी ली जायेगी। लक्षणयुक्त मरीजों की जानकारी सेक्टर स्तर पर एकत्रित की जायेगी। इसके लिए सेक्टर स्तर के प्राचार्य और डाटा एंट्री आपरेटर की ड्यूटी लगाई गई है। सर्वे के दौरान पाये गये लक्षणयुक्त मरीजों का एन्टीजन टेस्ट किया जायेगा। एंटीजन टेस्ट में निगेटिव आने पर भी लक्षणयुक्त संदिग्ध लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया जायेगा। घर-घर जाकर लोगों में बुखार सर्दी-खांसी, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में दर्द, जैसे लक्षणों की जानकारी ली जायेगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लक्षणात्मक व्यक्तियों की जांच की व्यवस्था भी की गई है। जांच के लिये व्यक्तियों की संख्या अधिक होने पर उच्च जोखिम समूह वाले लोगों जैसे 60 वर्ष से अधिक, गर्भवती महिला, पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे, उच्च रक्तचाप, डायबिटिज से ग्रसित व्यक्ति, कैंसर अथवा किडनी रोग वाले, टी.बी. रोग, सिकल सेल तथा एड्स के मरीजों की पहले जांच कराई जा रही है। कलेक्टर श्रीमती साहू ने ग्रामीण इलाकों में पंचायत सचिव, पटवारी और सुपरवाईजर को अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में ही निवासकर सभी व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश बैठक में दिए। उन्होंने गांवों में कोरोना संक्रमित सभी लोगों के पास आक्सीजन नापने के लिए पल्स आक्सीमीटर, थर्मामीटर एवं जरूरी दवाईओं की किट निर्धारित समय में पहुंचाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड पाजिटिव पाये जाने पर मरीजों की स्वास्थ्य अनुसार उन्हें होम आईसोलेशन या अस्पताल में भर्ती कर ईलाज किया जाये। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की सतत् निगरानी की जाये तथा तबीयत बिगड़ने पर उन्हे उपयुक्त कोविड अस्पतालों में भर्ती की जाये।
सर्वे दल को दें अपने स्वास्थ्य की सही जानकारी, समय पर ईलाज के साथ संक्रमण फैलने से भी रोकने में बनें भागीदार -कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने लोगों से सर्वे दल को अपने स्वास्थ्य की सही जानकारी देने की अपील की है। कलेक्टर ने कहा कि घर-घर सर्वे कोविड के सामुदायिक संक्रमण को रोकने में बहुत महत्वपूर्ण अभियान है। उन्होंने कहा कि इस सर्वे में लोगों की स्वास्थ्य की सही जानकारी मिलने पर जांच के बाद कोरोना पाजिटिव लोगों की पहचान समय पर हो सकेगी। जिससे संक्रमितों को कम संक्रमण की स्थिति में ही बेहतर ईलाज से ठीक किया जा सकेगा और दूसरे लोगों में भी संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा। कलेक्टर ने घर-घर पहुंचने वाले सर्वे दल को सर्दी, खांसी, बुखार तथा गंभीर बीमारी के बारे में सही-सही जानकारी देने की लोगों से अपील की है।