छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोरबा ताप विद्युत गृह पूर्व की 120 120 मेगा वाट की दो यूनिटों के स्क्रैप की नीलामी 172 करोड़ 30 लाख में हो चुकी है बताया जा रहा है कि इस 120 120 मेगा वाट की दो यूनिट का बेस प्राइज लगभग 94 करोड़ रखा गया था लेकिन बोली लगाने वाले लोगों की संख्या ज्यादा होने के कारण अंत में 172 करोड़ 30 लाख में इस 120-120 मेगा वाट की दो यूनिटों के स्क्रैप की नीलामी पूर्ण हुई नीलामी लेने वालों में 23 लोग हुए शामिल जिसमें एक कोलकाता की कंपनी को स्क्रैप निकालने का टेंडर मिला है एमडी बिजोरा ने किया निरीक्षण ।
इस टेंडर से पुराने ठेकेदार सहित छत्तीसगढ़ के कई ठेकेदार असंतुष्ट टेंडर निरस्त कराने की जुगत में
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस टेंडर प्रक्रिया में 50-50 मेगा वाट की चार यूनिटों के स्क्रैप निकालने का टेंडर लेने वाले पूर्व ठेकेदार सहित छत्तीसगढ़ के अन्य ठेकेदार जो इस कबाड़ की काली कमाई की जानकारी रखते हैं और वह ऊंची पहुंच रखते हैं वह दबाव बनाकर इस नीलामी प्रक्रिया में हुए स्क्रैप निकालने के टेंडर को निरस्त करवाने की जुगत में लगे हुए हैं ।
इस स्क्रैप के नीलामी से छत्तीसगढ़ सरकार के खजाने में शुद्ध 80 करोड़ से ज्यादा की हुई बढ़ोतरी
जानकारों की माने तो यह इस 120-120 मेगा वाट की जो दो यूनिटों के स्क्रैप की नीलामी बेस प्राइज से लगभग 2 गुना में हुई है इससे सरकार के खजाने में लगभग 80 करोड़ से ज्यादा शुद्ध जमा होंगे ।
लेकिन कबाड़ के माध्यम से काली कमाई करने वाले कुछ जानकार लोग व सरकार के करीब बताने वाले ऊंची पहुंच का हवाला देने वाले लोग इस स्क्रैप की हुई नीलामी को रद्द करवाना चाह रहे हैं उन लोगों को यह बात हजम नहीं हो रही है कि हमारे रहते हुए एक दूसरे राज्य का ठेकेदार फायदा उठा सकें यही कारण है कि पूर्व ठेकेदार जो 50-50 मेगा वाट की चार यूनिटों के स्क्रैप निकालने का टेंडर कौड़ियों के मोल 75 करोड़ में ले लिया था जबकि उन चारों यूनिटों में लगभग 400 करोड़ का स्क्रैप होने का अनुमान लगाया गया था और इसकी नीलामी प्रक्रिया लगभग 350 करोड़ मे होनी थी इस ठेकेदार को पूर्ण विश्वास था कि 120- 120 की इन दो यूनिटों के स्क्रैप की नीलामी भी सेटिंग से अपने नाम करवा लूंगा यही कारण है कि इस 120 120 मेगा वाट की दोनों यूनिटों से लगातार करोड़ों के स्क्रैप की खुलेआम चोरी कराई गई यहां तक की रेलवे पटरी भी काट कर ले जाने की जुगत में थे यह चोरी आज भी जारी है जिसमें अधिकारियों से लेकर सुरक्षा गार्ड सब शामिल रहे लेकिन अब यह ऑनलाइन निविदा होने के कारण और जनसंख्या में वृद्धि होने के कारण इसकी होशियारी धरी की धरी रह गई अब इस नीलामी को निरस्त कराने के लिए हाथ पांव पटक रहे हैं और इस नीलामी को निरस्त करा कर सेटिंग से अपने नाम कराने की जुगत में लगे हुए हैं ।
172 करोड़ 30 लाख की नीलामी के बाद भी ठेकेदार को करोड़ों का फायदा
जानकारों की माने तो 120- 120 मेगा वाट की जो दो यूनिटों की स्क्रैप निकालने की नीलामी 172 करोड़ 30 लाख में हुई है इसके बावजूद भी ठेकेदार को कई करोड़ का फायदा होगा ।