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 PDS दुकानों में लगातार पाखंड चावल की सप्लाई जारी, भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाजपा जिला सह संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ मोहम्मद न्याज नूर आरबी ने दोषियों पर कलेक्टर से कड़ी कार्यवाही करने ज्ञापन सौंपा

छत्तीसगढ़/कोरबा :- PDS दुकानों में लगातार पाखंड चावल की सप्लाई मे भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाजपा जिला सह संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ के मोहम्मद न्याज नूर आरबी ने दोषियों पर कलेक्टर से कड़ी कार्यवाही करने ज्ञापन सौंपा है ज्ञापन में उन्होंने उल्लेख किया है कि मेरे द्वारा विगत कई माह से आपके कार्यालय व संबंधित कार्यालयों में शिकायत की गई थी कि PDS की दुकानों के माध्यम से हितग्राहियों को घटिया क्वालिटी का चावल विगत कई माह से बांटा जा रहा है उस पर औपचारिक कार्य करते हुए नान के कुछ गोदामों की जांच कराई गई तो 12510 बोरों (6255 क्विंटल) से भी अधिक चावल जांच में अमानक पाया गया तब आपके द्वारा यह आदेश दिया गया की अमानक चावल जिस मिलर के हैं उन्हें वापसी करने के साथ-साथ अब यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में बिना जांच के कोई भी चावल शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में वितरण के लिए नहीं भेजा जाएगा, लेकिन उसके बाद भी नागरिक आपूर्ति निगम के द्वारा कोरबा के बहुत सारी PDS दुकानों में घटिया क्वालिटी के चावल भेजे व हितग्राहियों को वितरण कराया जा रहे हैं, इसकी शिकायत मेरे द्वारा पहले भी कई बार संबंधित अधिकारियों को की जा चुकी है। मीडिया द्वारा लगातार जिला कोरबा के विभिन्न विकासखंडो के दर्जनों PDS दुकानों में खराब पाखड़ व अमानक चावल के वितरण संबंधी खबरों को प्रतिदिन प्रमुखता से प्रकाशित किया जा रहा है उसके बावजूद उक्त विभाग अपने भ्रष्टाचारी व लापरवाही पूर्वक कृतियों से बाज नहीं आ रहा है।
विगत 8 फरवरी 2022 को कोरबा ग्रामीण विकासखंड ग्राम तौलीपाली व कुकरीचोली में जांच के लिए नायब तहसीलदार सिदार जी व खाद्य निरीक्षक सुशील टन्डन जी जांच टीम के साथ पहुंचे उक्त दोनों PDS में जांच कराने के लिए ग्रामीणों के साथ मैं स्वयं भी उपस्थित था। ग्रामीण व मेरे सामने जांच के लिए सैम्पल लिया गया व पंचनामा में नाम, हस्ताक्षर लेते हुए दूसरे दिन 9 फरवरी को जांच के समय उपस्थित होने के लिए कहा गया। लेकिन 9 फरवरी को जांच सिर्फ ग्राम तौलिपाली का किया गया जिसमें लगभग 50% ही चांवल मानक(अच्छा) व लगभग 50% चांवल अमानक(अच्छा नही) पाया गया, जांच की रिपोर्ट दूसरे दिन 10 फरवरी को लेने के लिए नायाब तहसीलदार साहब के सामने कहा गया तथा ग्राम कुकरी चोली का जांच 10 फरवरी को
होना बताया गया 9 फरवरी के बाद से कुकरीचोली के ग्रामीण शिकायतकर्ता भी कई दिन चांवल की जांच कराने के लिए आपके दफ्तर में चक्कर लगाए तथा इसके साथ ही मेरे द्वारा लगातार नायब तहसीलदार सिदार जी, खाद्य निरीक्षक सुशील टंडन, नान के क्वालिटी इंस्पेक्टर द्वय पंकज पटेल, राजेश पांडा तथा खाद्य विभाग व नान के कार्यालय में उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों से जांच की रिपोर्ट के बारे में जानकारी चाही गई लेकिन सिर्फ और सिर्फ टालमटोल कर बेवकूफ बनाने की प्रक्रिया आज तक की जा रही है।

माननीय महोदया यह भ्रष्टाचारी प्रक्रिया सिर्फ यही तक कार्यशील नहीं है उक्त दोनों ग्रामों के पीडीएस संचालकों से चर्चा कर खराब अमानक चावलों को बदलवाने की जगह भोले भाले आदिवासी व अन्य ग्रामीणों को जबरदस्ती वितरण कर उनके साथ अन्याय करने के लिए अधिकारियों द्वारा गलत दिशा निर्देश लगातार दिया जा रहा है।

मेरे अलावा कई प्रबुद्ध जन के द्वारा तथा मीडिया में प्रतिदिन प्रकाशित खबरों के कारण कोरबा नान गोदाम से हजारों क्विंटल पाखड व अमानक चावल पाली तहसील के नान गोदाम में जमा करवा कर वहां के ग्रामीणों के साथ में पूर्व में किए गए नियम विरुद्ध भ्रष्टाचारी कृत्य को दोहराते हुए भोले भाले आदिवासियों व अन्य ग्रामीणों के साथ में अरबों-खरबों रुपयों के भ्रष्टाचार के काले कारनामों को छिपाने का भरसक प्रयास व कुकृत्य किया अमानक चांवल बाँटवाकर कई लोगों को उपकृत भी किया जा रहा है।
जिसका भारतीय जनता पार्टी घनघोर निंदा करते हुए त्वरित उच्च स्तरीय न्यायिक जांच व कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग करता है।

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