छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोरबा में एक कंपनी के दो अधिकारियों ने एक परिवार को इस कदर प्रताड़ित किया की पीड़ित ने कंपनी के दफ्तर के करीब ही जाकर आत्महत्या क र ली। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के मानिकपुर पुलिस चौकी क्षेत्र का है। यहां स्थित कलिंगा कंपनी के अधिकारी आलोक कुमार पांडे और प्रशांत कुमार देवरी पर आरोप है कि उनकी प्रताड़ना से एक महिला ने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी। दरअसल एसईसीएल मानिकपुर में नियोजित ठेका कम्पनी नारायणी में अमरैय्या पारा निवासी रूमेल सिंह बतौर ड्राइवर काम करता था। बाद में ठेका समाप्त होने के बाद उक्त कार्य की जिम्मेदारी कलिंगा कंपनी को दी गई। कम्पनी को तत्कालीन तौर पर पहले से नियोजित कर्मियों से कार्य पर वापस बुला काम लेना था इसी उम्मीद के साथ रूमेल सिंह ने भी ड्राइवर के रूप में काम करने का अनुरोध किया जिस पर उसको आश्वस्त किया गया कि उसको जल्द ही काम पर बुला लिया जाएगा। लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी बहाली न हो सकी तो उसने कंपनी के अधिकारी कलिंगा कंपनी के अधिकारी आलोक कुमार पांडा और प्रशांत कुमार देवरी से मुलाकात कर काम पर रखने का अनुरोध किया जैसा की पुलिस को दिए शिकायत में रूमेल सिंह ने आरोप लगाया है उस पर यकीन करें तो उससे इन्हीं दोनों अधिकारियों ने 40 हजार रुपयों की मांग की। जिस पर उसने अपने पास में रखे 20 हजार रुपए और अपनी पत्नी जिंदी सिंह के द्वारा उधार में लेकर आए 20 हजार रुपए मिलाकर इनको दे दिया जिस पर इन दोनो आरोपियों ने उसको लिखित में काम पर रखने का आश्वासन भी दिया लेकिन लगातार उसको काम पर रखने घुमाते रहे। उसकी पत्नी को भी उधार वाले पैसों के लिए पूछते तो वो अपनी पति के नौकरी लगते ही पैसे वापस करने की बात कहती रही। इधर जिंदी सिंह ने भी कलिंगा कंपनी के अधिकारी आलोक कुमार पांडा और प्रशांत कुमार देवरी कई मर्तबा मिल उसके पति को काम पर वापस रखने का अनुरोध किया लेकिन हर उसे झूठा आश्वासन ही मिलता रहा और उससे वो प्रताड़ित होती रही। लिहाजा उसने 6 जुलाई को घर से कहीं जाने का बोल निकल गई। बाद में काफी तलाश के बाद पुलिस ने 9 जुलाई को उसकी लाश कलिंगा कंपनी के पास ही रास्ते के किनारे एक पेड़ पर लटकी मिली जिसके बाद अब उसके पति रूमेल सिंह ने कलिंगा कंपनी के अधिकारी आलोक कुमार पांडा और प्रशांत कुमार देवरी की प्रताड़ना से तंग आकर उसकी पत्नी की हत्या का आरोप लगाते कार्रवाई की मांग की है।