छत्तीसगढ़/कोरबा :- एस ई सी एल गेवरा के विभागीय अस्पताल नेहरू शताब्दी चिकित्सालय में आपातकालीन सुविधाओं के विस्तार की मांग की गई है । गौरतलब है की आस पास के क्षेत्र में खदानों का संचालन होने के कारण दुर्घटनाओं एवम स्वास और हृदय से संबंधित गंभीर बीमारियों की आशंका लगातार बनी रहती है ऐसे न सिर्फ एस ई सी एल कर्मचारियों परंतु आज पास के ग्रामीणों , ठेका कर्मचारियों , भू विस्थापितों , आश्रित ग्रामीणों एवम गरीब किसानों मजदूरों के इलाज की भी संपूर्ण जवाबदारी एस ई सी की होती है । ऐसे में नेहरू शताब्दी चिकित्सालय में आपात कालीन सुविधाएं जैसे आई सी यू (गहन शल्य चिकित्सा केंद्र ) , कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट आदि की कमी समस्त क्षेत्र वासियों के लिए प्राणघातक सिद्ध हो सकती है । इस विषय में राष्ट्रीय मानवाधिकार एवम अपराध नियंत्रण ब्यूरो के महासचिव राजू अरबी ने सी एम डी को लिखे अपने पत्र में मांग की है की इन सुविधाओं का विस्तार एन सी एच में किया जाए ताकि आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा मरीजों की जान बचाई जा सके । उक्त चिकित्सा सुविधा को उपलब्ध करवाने के साथ साथ इन विभागों के लिए उचित संख्या में डॉक्टरों के उपलब्धता के लिए भी मांग राजू ने अपने पत्र में की है । उन्होंने अपने पांच बिंदु के पत्र में सी एम डी से निम्न मांगे रखी हैं –
1. सड़क दुर्घटनाओं , खदान में होने वाली दुर्घटनाओं आदि में गंभीर रूप से घायल होने वाले मरीजों के लिए आपातकालीन गहन शल्य चिकित्सा की संपूर्ण व्यवस्था एवम संबंधित के लिए डॉक्टर्स की व्यवस्था विभागीय अस्पताल में ही की जाए ।
2. हृदयाघात जैसी गंभीर चिकित्सकीय आपातकाल के मरीजों के सम्पूर्ण इलाज के लिए एक कार्डिएक क्लिनिक की स्थापना एवं इस प्रयोजन हेतु विशेषज्ञ चिकित्सकों की व्यवस्था विभागीय अस्पताल में की जाए।
3. उपर्युक्त दोनों बिंदुओं में वर्णित सुविधाओं का लाभ एसईसीएल कर्मचारियों सहित क्षेत्र के भूविस्थापितों , ठेका कर्मियों , प्रभावितों एवम आश्रितों , एवम सेवानिवृत कर्मचारियों को पूर्णतः निशुल्क प्रदान की जाए एवम इनका खर्च सी एस आर अथवा डी एम एफ से वहन किया जाए ।
4. इलाज के दौरान एवम इसके उपरांत प्रायोजित सभी दवाओं एवम चिकित्सकीय उपकरणों की निशुल्क व्यवस्था एन सी एच अस्पताल में करवाई जाए।
5. इलाज के दौरान मरीजों के परिजनों / सहायकों के रुकने ठहरने के लिए संपूर्ण उचित व्यवस्था अस्पताल परिसर में ही करवाई जाए । उन्होंने आगे लिखा की यह संपूर्ण क्षेत्र खदान प्रभावित है एवम एसईसीएल के कोयला उत्पादन एवं परिवहन से होने वाले अतिरिक्त प्रदूषण , यातायात दबाव ही स्वास्थ समस्याओं एवम दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण है इसलिए समस्त क्षेत्रवासियों के सुरक्षा इलाज एवम संरक्षण की जवाबदारी भी एस ई सी एल प्रबंधन एवं राज्य प्रशासन की है ।
इस मांगपत्र से उन्होंने श्रीमती ज्योत्सना महंत जी , सांसद कोरबा लोकसभा क्षेत्र श्री प्रेमचंद पटेल जी , विधायक कटघोरा विधानसभा क्षेत्र , जिला दंडाधिकारी महोदय , जिला कोरबा को भी ईमेल के माध्यम से अवगत करवाया है ।