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राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य श्रेष्ठ नागरिक बनाकर राष्ट्र को देना है – डॉ ० आनंद राव

छत्तीसगढ़/कोरबा : – विद्या भारती छत्तीसगढ़ प्रांत योजनानुसार सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सी.एस.ई.बी. कोरबा ( पूर्व ) में प्रांतस्तरीय प्राचार्य / प्रधानाचार्य कार्यायोजना बैठक प्रारंभ हुआ । • सर्व प्रथम तीन दिवसीय कार्य योजना बैठक का शुभारंभ मध्य क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री सुरेश गुप्ता जी , क्षेत्रीय सहसंगठन मंत्री डॉ . आनंदराव जी , सरस्वती शिक्षा संस्थान के प्रांतीय अध्यक्ष श्री जुडावन सिंह ठाकुर जी , प्रादेशिक सचिव श्री विवेक सक्सेना जी , प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ . देवनारायण साहू जी तथा विद्यालय संचालन समिति के व्यवस्थापक श्री जोगेश लाम्बा जी द्वारा माँ सरस्वती , ॐ एवं भारत माता के छाया चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । अतिथियों का परिचय प्रांत प्रमुख श्री गौरीशंकर कट्कवार जी द्वारा कराया गया तथा स्वागत प्राचार्य श्री राजकुमार देवांगन एवं विभाग समन्वयक श्री गेंदराम राजपूत जी ने किया । उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए व्यवस्थापक श्री जोगेश लाम्बा जी ने बैठक में उपस्थित अतिथियों , प्राचार्य एवं प्रधानाचार्यों का माँ सर्वमंगला की धरती पर हार्दिक अभिनंदन किया । उन्होने कहा कि जब हम प्रशिक्षार्थी बनकर आते है तो जो अतिथियों का मार्गदर्शन प्राप्त करते है , जो यहाँ मार्गदर्शन प्राप्त होगा उसे अपने – अपने विद्यालय में लागू कर एक आर्दश विद्यालय स्थापित करने का आह्वान किया । प्रांतीय संगठन मंत्री श्री देवनारायण साहू ने अपने उद्बोधन में कहा की विगत 2 वर्षों से कोरोना महामारी के कारण पूरे देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है । विद्यालय में बच्चें नहीं , पढ़ाई नहीं हुई । उक्त कठिनाईयों से हमे उबरने के लिए वार्षिक कार्ययोजना बैठक में हम सब एकत्रित हुए है । आगे हमें विद्यालय को पूर्ववत लाने के लिए क्या – क्या करना होगा इस हेतु हम सब कार्ययोजना तैयार करेगें । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय सहसंगठन मंत्री डॉ . आनंद राव ने कहा विद्यालय के संचालन में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । उन्होने कहा कि विद्या भारती का काम केवल शैक्षणिक व्यवस्था देना नहीं है बल्कि सामाज में एक अच्छा वातावरण देना एवं सामाज में समरसता का भाव जागृत करना है । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत में अनुकुल शिक्षा पद्धित की आवश्यकता महसुस करते हुए आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मसौदा तैयार किया गया है । जिसमें संपूर्ण जनमानस की बाते समाहित की गई । उन्होने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्वपूर्ण 25 बिन्दुओं को विस्तार से समझाया । राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य श्रेष्ठ नागरीक बनाकर राष्ट्र को समर्पित करना है । वर्तमान शिक्षा केवल 8 प्रतिशत युवाओं को नौकरी दे पाता था । इसीलिए इस शिक्षा नीति को ऐसे कौशल विकास को सम्मिलित किया गया जिससे युवाओं को आत्मनिर्भर बना सके और यही युवा देश को आर्थिक विकास दे सके । तीन दिवसीय इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ प्रांत के 8 विभागों से 195 प्राचार्य / प्रधानाचार्य सहित सभी पूर्णकालिक जिला प्रतिनिधि एवं क्षेत्रिय उपाध्यक्ष श्री चन्द्रकिशोर श्रीवास्तव जी का सानिध्य प्राप्त हुआ । उद्घाटन सत्र का संचालन श्री दीपक सोनी दुर्ग विभाग समन्वयक द्वारा किया गया । उपरोक्त जानाकरी प्रांतीय प्राचार प्रमुख श्री नरेश जायसवाल द्वारा दी गई ।

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