छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोरबा जिले की जीवनदायिनी हसदेव नदी के संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण और सौंदर्यीकरण हेतु नमामि हसदेव सेवा समिति द्वारा एक महत्त्वाकांक्षी पहल की शुरुआत की गई है। समिति ने आज पत्रकार वार्ता में बताया कि हसदेव नदी को दर्श बांध से कुदुरमाल पुल तक दोनों किनारों पर विश्वस्तरीय रिवर फ्रंट के रूप में विकसित करना समय की ज़रूरत बन गई है।
इस अभियान के तहत समिति प्रत्येक माह की पूर्णिमा को माँ सर्वमंगला घाट, कोरबा में हसदेव आरती का आयोजन करती है। इसी श्रृंखला में अब जनजागरण और जनसहयोग से दो चरणों में हस्ताक्षर अभियान तथा एक संकल्प सभा का आयोजन प्रस्तावित किया गया है।
अभियान का कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा:-
प्रथम चरण का हस्ताक्षर अभियान:
9 अगस्त (श्रावण पूर्णिमा) से 7 अक्टूबर (आश्विन पूर्णिमा) तक। इसमें जनप्रतिनिधियों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों और नागरिकों से समर्थन जुटाया जाएगा।
संकल्प सभा:
7 अक्टूबर (आश्विन पूर्णिमा) को दोपहर 2 बजे संकल्प सभा और सायं 5 बजे हसदेव आरती होगी। इसमें तन-मन-धन से सहभागी बनने का संकल्प लिया जाएगा।
द्वितीय चरण का हस्ताक्षर अभियान:
5 नवम्बर (कार्तिक पूर्णिमा) से 4 दिसम्बर (मार्गशीर्ष पूर्णिमा) तक आम नागरिकों से समर्थन प्राप्त किया जाएगा।
अन्य कार्यक्रम:
9 अगस्त (श्रावण पूर्णिमा): हसदेव आरती
7 सितम्बर (भाद्रपद पूर्णिमा): हसदेव आरती
1 नवम्बर (देवउठनी एकादशी): कलश यात्रा
1 नवम्बर से 5 नवम्बर: श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ
5 नवम्बर (कार्तिक पूर्णिमा): हसदेव महाआरती
नमामि हसदेव सेवा समिति ने कोरबा जिले के सभी नागरिकों से इस पवित्र कार्य में सहभागी बनने का आह्वान किया है, ताकि यह ऐतिहासिक पहल हसदेव नदी की गरिमा को पुनः स्थापित कर सके।