छत्तीसगढ़/कोरबा :- समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी की जा रही है। राज्य शासन ने 3100 रूपये प्रति क्विंटल धान खरीदी की घोषणा की है। मगर किसानों का धान 2300 रूपये क्विंटल में खरीदी हो रही है। 800 रूपये अंतर की राशि उन्हें कब मिलेगी, इसे लेकर किसानों में दुविधा है। फड़ प्रभारी भी किसानों के इस सवाल का जवाब नहीं दे पा रहे हैं। प्रदेश में 14 नवंबर से 31 जनवरी तक समर्थन मूल्य पर धान खरीदी होगी। धान खरीदी को लगभग 26 दिन शेष रह गए हैं, इसमें अवकाश के दिन भी होंगे। जिसे लेकर जिले के 65 उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की रफ्तार बढ़ गई है। राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की घोषणा की है। जिसे लेकर किसानों में उत्साह बना हुआ है, लेकिन किसानों को 800 रूपये अंतर की राशि तत्काल नहीं मिलने से उनकी दुविधा बढ़ गई है। धान उपार्जन केन्द्र सोनपुर के फड़ प्रभारी नागेन्द्र सिंह मरावी ने बताया कि केन्द्र में अब तक 18 हजार 140 क्विंटल धान 415 किसानों से खरीदी जा चुकी है। केन् द्र में बारदाने की पर्याप्त उपलब्धता है, लेकिन उठाव में परेशानी बनी हुई है। इस संबंध में डीएमओ जान्हवी जिल्हारे को अवगत कराया गया था। जिसके बाद केन्द्र से तीन ट्रकों के माध्यम से उठाव किया जा रहा था। अब पुन: केन्द्र से उठाव की गति धीमी पड़ गई है। फड़ प्रभारी ने बताया कि किसानों को प्रति क्विंटल 2300 रूपये मिल रहा है। जब उनसे पूछा गया कि 800 रूपये अंतर की राशि कब प्रदान की जाएगी, तो वे उच्च अधिकारियों को जानकारी बात कहने लगे। इस तरह फड़ में पहुंचने वाले किसानों को अंतर की राशि को लेकर चिंतित होना पड़ रहा है। बोनस की राशि भी कंफर्म नहीं है। इस तरह की स्थिति केवल सोनपुरी केन्द्र में न ही, बल्कि अन्य केन्द्रों में बनी हुई है। समर्थन मूल्य व कृषि आदान सहायता मिलाकर प्रति क्विंटल 3100 रूपये का भुगतान का पोस्टर भी पीएम एवं सीएम की फोटे के साथ केन्द्रों में लगी हुई है। धान बेचने वाले किसानों को पता ही नहीं है कि 800 रूपये अंतर की राशि उन्हें कब मिलेगी।