छत्तीसगढ़/कोरबा :- सुन्नी मुस्लिम जमात कोरबा जिले के एतराफ़ की सभी मस्जिदों के सदर सेक्रेटरी एवं कैसियर और जिम्मेदार ओहदेदारान की एक अहम मीटिंग आज दिनांक 8 जनवरी को मेमन जमात खाना में सुबह 11:00 बजे रखी गई थी। इस बैठक में पूरे जिले के लगभग ढाई सौ लोगों की उपस्थिति होनी थी परंतु कोविड-19 प्रोटोकॉल गाइडलाइन को देखते हुए इस है मीटिंग को वर्चुअली तय किया गया। जिसमें पूरे जिले के जिल्गा, बरपाली से लेकर पाली, चैतम, कटघोरा, पसान, जड़गा, रामपुर, नोनबिर्रा, भैसमा, बांकीमोंगरा, दीपका, कुचैना, दर्री, बालको और कोरबा शहरी क्षेत्र के मस्जिद मदरसो से लोग जुड़े थे।
वर्चुअल बैठक के दौरान कमेटी ने समाज को आगे बढ़ाने के लिए और समाज में फैले इल्मी और माली पिछड़ेपन को दूर करने के लिए प्रमुखता से प्रयास किए जाने, शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को कैरियर गाइडेंस और होनहार बच्चों को पढ़ने में आ रही दिक्कतों को दूर कर उन्हें आगे बढ़ाने का प्रयास किये जाने, हमारे कौम में फैली बेरोजगारी और छोटे छोटे व्यवसाय करने वाले लोगों को उनकी जीविकोपार्जन को सुधारने और आगे बढ़ने में मदद करने के कार्य किये जाने, प्रत्येक वर्ष गरीब बच्चियों के सामूहिक विवाह का कार्यक्रम कराने, स्वास्थ्य के क्षेत्र मे समाज के गरीब तबके के लोगों की दिक्कतों को दूर करने का भी हर संभव प्रयास किये जाने, जिले के विभिन्न क्षेत्रों में निवास करने वाले मुस्लिम समाज के लोगों की क्षेत्रों के हिसाब से अलग-अलग समस्याएं और परिस्थितियां हैं उनके हिसाब से एक आम राय होकर हर क्षेत्र में समाज को कैसे बेहतर बनाया जा सके इसका प्रयास किये जाने का निर्णय लिया गया।
इन सभी बातों को विचार करते हुए सुन्नी मुस्लिम जमात कोरबा के नाम से एक नया पंजीयन कराया गया जिसका पंजीयन क्रमांक 12220215941 है। पूर्व में लगभग 1990 में हमारे समाज के बुजुर्ग लोगों ने मध्यप्रदेश शासन में सुन्नी मुस्लिम जमात के नाम से एक पंजीयन कराया था परंतु छत्तीसगढ़ राज्य अलग होने के बाद उस पंजीयन को नियमतः राज्य में पंजीकृत नही कराया गया था उक्त पंजीयन निरस्त हो चुका था। उसी निरस्त पंजीयन नम्बर का उपयोग कर समाज के कुछ लोग के द्वारा संस्था का संचालन किया जा रहा था। समाज के सभी लोगों ने विचार किया के पूर्णतः गैर राजनीतिक संगठन पंजीकृत कराया जाए इसी कड़ी में सुन्नी मुस्लिम जमात कोरबा के नाम से ही एक संस्था का पंजीयन कराया गया।
समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की जो योजना हमारे द्वारा बनाई गई है। उसमें शरीयत और दीनी जानकारी के लिए समाज की रहनुमाई करने के लिए मजलिसे शोरा कमेटी के सभी आलिमो दीन जो हमारे साथ है जिनके राय मशवरा से शरीयत के दायरे में रहकर समाज को आगे बढ़ाने की दिशा में काम किये जाने, समाज के युवाओं की टीम के माध्यम से विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों का संचालन किये जाने का निर्णय लिया गया।
सुन्नी मुस्लिम जमात कोरबा समाज के लोगों को एकजुट कर मुख्यधारा में लाने, आपसी भाईचारा और सौहार्द्र के वातावरण का निर्माण करते हुए समाज के हित मे काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
वर्चुअल बैठक के दौरान सुन्नी मुस्लिम जमात कोरबा के संस्थापक सदस्यों के द्वारा कमेटी के गठन हेतु प्रस्ताव रखा गया जिसमें सर्व सम्मति से आरिफ खान को अध्यक्ष, मिर्ज़ा सर्वर बेग को सचिव व नौशाद खान को खजांची नियुक्त किया गया। नवगठित कमेटी का 3 वर्षो का कार्यकाल होगा।