HomeBreaking Newsसंविधान और लोकतंत्र बचाने का संघर्ष

संविधान और लोकतंत्र बचाने का संघर्ष

छत्तीसगढ़/कोरबा:- आम चुनाव देश में लोकतंत्र और संविधान को बचाने का संघर्ष है। लोकसभा का चुनाव देश के भविष्य का दिशा तय करेगा कि हमारे देश का संविधान और संविधान में दिए गए नागरिक अधिकार सुरक्षित रहेगा या देश तानाशाही की और बढ़ेगा उक्त बातें राजमिस्त्री मजदूर रेजा कुली एकता यूनियन के राज्य कार्यकारी अध्यक्ष सुखरंजन नंदी ने मजदूरों की बैठकों को संबोधित करते हुए कहा ।

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मजदूर नेता ने कहा कि लोकतंत्र का मतलब सिर्फ मतदान करने का अधिकार ही नहीं है। देश का संविधान नागरिकों को बोलने की आजादी,संगठन बनाने और अपनी अधिकार के लिए संघर्ष करने का अधिकार देता है,अगर संविधान ही नही रहेगा तो नागरिकों के यह सब लोकतांत्रिक अधिकारों को भी छीना जाएगा और हमारा देश तानाशाह की और आगे बढ़ेगा और भाजपा ऐसी तानाशाही आतंक राज को ही देश में लागू करना चाहती है क्योंकि उनका लक्ष्य धर्म के आधार पर राष्ट्र का निर्माण करना है जिसके लिए उन्हें आतंक और तानाशाही सत्ता की आवश्यक है ।

श्री नंदी ने कहा कि अनेकता में एकता हमारी देश की विशेषता है संविधान नागरिकों को धर्म,भाषा, जाति और लिंग के आधार पर किसी के साथ भेदभाव करने की इजाजत नहीं देती है लेकिन मोदी पूरे चुनाव प्रचार में एक विशेष धार्मिक समुदाय को अपना निशाना बनाकर धर्म के आधार पर विभाजन की घिनौनी राजनीति कर रहा है ।

यूनियन नेता ने देश के संविधान,लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों की रक्षा के लिए इंडिया गठबंधन समर्थित कांग्रेस प्रत्याशी ज्तोसत्ना चरण दास महंत के पक्ष में मतदान करने की अपील किया है ।

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