नगरीय क्षेत्रों मे कृष्ण कुंज विकसित करने जमीन का होगा चिन्हांकन, कलेक्टर श्रीमती साहू ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक में दिये निर्देश, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूलों के निर्माण कार्यों को भी तेजी से पूरा करने के दिये निर्देश
छत्तीसगढ़/कोरबा :- कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने समय सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में राशन, पेंशन एवं राजस्व प्रकरणों के निराकरण मे तेजी लाने के निर्देश दिये है। कलेक्टर श्रीमती साहू ने बैठक में राशन कार्ड, पेंशन भुगतान एवं वन अधिकार पट्टे वितरण की जानकारी अधिकारियों से ली। उन्होंने पेंशन के लंबित भुगतानों की समीक्षा और जांच कर हितग्राहियों को पेंशन भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी पात्र व्यक्तियों केे राशन कार्ड बनाकर राशन उपलब्धता सुनिश्चित कर नागरिको को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती साहू ने नगरीय क्षेत्रों मे कृष्ण कुंज विकसित करने की कार्य योजना की भी जानकारी अधिकारियों से ली। उन्होने कृष्ण कुंज विकसित करने के लिए जमीन चिन्हांकन करने के निर्देश बैठक में मौजूद अधिकारियों को दिये। कृष्ण कुंज में सांस्कृतिक-धार्मिक महत्व के पौधे जैसे पीपल, बरगद आदि लगाये जायेंगे। कलेक्टर श्रीमती साहू ने समय सीमा के बाहर लंबित राजस्व प्रकरणों की भी समीक्षा की। उन्होने नामान्तरण, सीमांकन, फौती, बटवारा आदि राजस्व प्रकरणों को तेजी से निराकरण करने के निर्देश दिए। साथ ही राजस्व अभिलेखों का ऑनलाईन रिकार्ड दुरूस्तीकरण करने के भी निर्देश दिए। समय-सीमा की बैठक में ए.डी.एम. श्री सुनील नायक, जिला पंचायत के सी.ई.ओ. श्री नूतन कंवर, डी.एफ.ओ. कटघोरा श्रीमती प्रेमलता यादव, नगर निगम आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय सहित सभी विभागीय अधिकारीगण मौजूद रहे।
समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती साहू ने जिले के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूलों में चल रहे निर्माण कार्यों के प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने स्कूल भवनों में मरम्मत, रंग-रोगन, विद्युतीकरण, शौचालय निर्माण, पुस्तकालय, मैदान समतलीकरण आदि अधोसंरचना के कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए। उन्होने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षकों के पढाने की गुणवत्ता आदि के बारे में भी जानकारी लेने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्रीमती साहू ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को विकासखण्ड कार्यालयों का निरीक्षण कर कार्यालय संचालन, दस्तावेज संधारण एवं साफ-सफाई का जायजा लेने के भी निर्देश दिये।