छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोरबा शहर के मुड़ा पार एसईसीएल हेलीपैड के पीछे एसईसीएल द्वारा पर्यावरण की दृष्टि से लगाए गए पेड़ों पर अब सामाजिक संगठनों ने बैनर पोस्टर लगाकर समाज के नाम प्रस्तावित जमीन का हवाला दिया है, जहां पर कई सामाजिक संगठनों के द्वारा बैनर पोस्टर लगाया गया है वही कुछ ने एक बड़े भूभाग को घेर कर निर्माण भी शुरू कर दिया है वहीं कुछ सामाजिक सामुदायिक भवन भी बनकर तैयार हो चुके हैं, तो कुछ लोग खरीदी बिक्री भी कर चुके हैं । अब यह जांच का विषय है कि यह जमीन जिस पर दावा किया जा रहा है वह आवंटित की गई है या नहीं और इसके लिए किससे NOC लिया गया है या नहीं।
सूत्रों के मुताबिक इन दिनों कोरबा जिले में सरकारी जमीनों में बेजा कब्जा करने की होड सी लगी हुई है कोई सरकारी जमीनों पर राखड़ पाट कर अपनी निजी भूमि होने का दावा कर रहा है तो कोई पेड़ों में बैनर पोस्टर लगाकर निजी भूमि बता रहा है तो कोई सामाजिक संगठन की आड़ में सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रहा है, लोग सरकारी जमीनों को हड़पने तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं लेकिन जिस प्रकार एक ही जगह पर विशाल घने पेड़ों में बैनर पोस्टर लगाए गए हैं ऐसा प्रतीत हो रहा है यह जमीन हड़पने की तैयारी चल रही है जरूरत है जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की नहीं तो आने वाले समय में शासन की योजनाओं के लिए सरकारी जमीन शहर और शहर के आसपास मिलना मुश्किल होगा, और कब्जा धारी से कब्जा हटाने में शासन प्रशासन को भारी कठिनाइयों के सामना करना पड़ेगा ।