छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोल इंडिया की सबसे बड़ी सब्सिडीयरी एसईसीएल ने 100 मिलियन टन कोयला उत्पादन का आँकड़ा पार कर लिया है । दिनांक 18 जनवरी को एसईसीएल का सकल उत्पादन 100.19 मिलियन टन था ।
भारत कोयला उत्पादन में दुनिया में दूसरे स्थान पर है तथा दुनिया में उत्पादित कोयले का लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा हमारे देश में उत्पादित होता है। कोल इंडिया दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कम्पनी है। देश भर में इसकी 350 से अधिक खदानें हैं जिनसे प्राथमिक ऊर्जा के लगभग 80 % संसाधन की आपूर्ति की जाती है।
इस वित्तीय वर्ष में कोल इंडिया लिमिटेड 670 मिलियन टन के उत्पादन लक्ष्य की ओर अग्रसर है जिसमें एसईसीएल की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी । एसईसीएल ने इस अवधि में 121.56 मिलियन टन कोल डिस्पैच किया है। डिस्पैच में गत वर्ष से लगभग 14% की वृद्धि दर्ज की गई है वहीं कम्पनी का उत्पादन भी गत वर्ष से अधिक हुआ है ।
कम्पनी द्वारा पावर सेक्टर को प्राथमिकता के आधार पर कोयले का डिस्पैच किया जा रहा है तथा हाल के दिनों में प्रतिदिन लगभग 45-50 कोल रेक भेजा जा रहा है । जनवरी की असमय बारिश से पूर्व, इस वित्तीय वर्ष में पहली बार, कम्पनी प्रतिदिन 5 लाख टन उत्पादन का आँकड़ा भी छूने में कामयाब रही थी।
इस उपलब्धि पर सीएमडी एसईसीएल श्री ए पी पंडा ने समस्त कामगार बंधुओ, स्टेक होल्डर्स, राज्य शासन, यूनियन व एसोसिएशन सहित पूरे एसईसीएल परिवार को बधाई दी है। कम्पनी इस वित्तीय वर्ष में 172 मिलियन टन कोयला उत्पादन की ओर अग्रसर है।