दो लाख रूपये की मिली आर्थिक सहायता ,कर्ज चुकाने और पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने में होगी सहूलियत
छत्तीसगढ़/कोरबा :- सरकार तुंहर द्वार कार्यक्रम के अन्तर्गत रामपुर में आयोजित समाधान शिविर तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के लिए भी सौगात लेकर आई। शासन द्वारा लागू शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत लाभान्वित हितग्राहियों में 50 वर्षीय श्रीमती परमेश्वरी राठिया भी शामिल रहीं। पति बलदेव राठिया के निधन उपरांत रामपुर में आयोजित समाधान शिविर में 2 लाख रुपए की सहायता राशि चेक मिलने से परमेश्वरी की खुशियों का ठिकाना न रहा। श्रीमती राठिया को सहायता राशि के रूप में शासन से मिले दो लाख रूपये पुराने कर्जे चुकाने और पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने में अब सहूलियत होगी। इन पैसों से अपने देवर को पुत्र की तरह बिलासपुर में पढ़ा रहीं परमेश्वरी उनके हाथ पीले करेंगी ,साथ ही 50 हजार का कर्ज उतार तनावमुक्त जीवन व्यतीत करेंगी।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना लागू की गई है । तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे पंजीकृत संग्राहक परिवारों के लिए लागू की गई इस योजना में सामान्य निधन पर 18 से 50 वर्ष की आयु के संग्राहक के नामांकित व्यक्ति (उत्तराधिकारी) को 2 लाख रूपए एवं 50 वर्ष से 59 वर्ष के संग्राहक के नॉमिनी को 3 लाख रुपए की सहायता राशि का प्रावधान किया गया है । इसी तरह योजना में दुर्घटना से मृत्यु व निशक्तता की स्थिति में 75 हजार से 2 लाख रूपये तक की सहायता राशि का प्रावधान किया गया है। इस योजना से लाभान्वित होने वाले हितग्रहियों में हाथी प्रभावित क्षेत्र बड़मार की परमेश्वरी राठिया भी शामिल रहीं। परमेश्वरी के पति पंजीकृत तेंदूपत्ता संग्राहक बलदेव राठिया का नवंबर -दिसंबर 2021 में असमय मृत्यु हो गई थी। पति की मृत्यु के बाद कक्षा दसवीं में अध्ययनरत एकमात्र पुत्र व पुत्र समान देवर की शिक्षा व परवरिश का भार परमेश्वरी के कंधों पर आ गया। देवर के सुनहरे भविष्य का सपना संजोए परमेश्वरी के सपनों के आड़े आर्थिक अड़चने भी आई। पर उन्होंने 50 हजार का कर्ज लेकर देवर की इंजीनियरिंग की शिक्षा निर्बाध रूप से जारी रखी। सोमवार को जैसे ही परमेश्वरी को 2 लाख रुपए का चेक मिला मानो उनकी खुशियों का ठिकाना न रहा। शिविर के माध्यम से सहायता राशि मिलने में हुई सहूलियत के लिए श्रीमती राठिया ने कलेक्टर श्रीमती रानू साहू एवं जिला प्रशासन का आभार जताया।