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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल और कैशलेस इंडिया के सपने पर पानी फेर रहा रेलवे, रेलवे यात्री हो रहे रेलवे के नियमों के ठगी के शिकार, रेलवे को यात्रियों से अनलीगल हो रही कमाई, टीटी हो रहे मालामाल

छत्तीसगढ़/कोरबा :- एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिजिटल इंडिया पर जोर देते हुए भारत देश में डिजिटल इंडिया का सपना देख रहे हैं उनका अनुसरण करते हुए आज देश में प्रोडक्ट उत्पादन करता व विक्रेता सहित उपभोक्ता प्रधानमंत्री के सपने पर कदम से कदम मिलाते हुए उनके सपने डिजिटल इंडिया का अनुसरण कर रहा है लेकिन देश की विडंबना रही है की आम जनता सरकार के दिशानिर्देशों का पालन तुरंत अमल करती है लेकिन सरकार के बनाए नियमों का पालन शायद उन्हीं के विभाग नहीं कर पाते जिसके कारण देश की जनता में आक्रोश और असमंजस की स्थिति सरकार और संबंधित विभाग के प्रति होती है । आज हम रेलवे द्वारा प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपनों और उनके दिशानिर्देशों आदेशों का रेलवे द्वारा ना पालन किए जाने पर जनता के हित में प्रकाश डाल रहे हैं । बीते 2 वर्ष पूर्व कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ देश में डिजिटल और ऑनलाइन पर जोर केंद्र सरकार द्वारा दिया गया लेकिन आज रेलवे द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देशों आदेशों व उनके सपनों पर पानी फेर दिया है ।

ऑनलाइन टिकट से यात्रा नहीं, काउंटर टिकट से यात्रा, यात्री परेशानियों के साथ रेलवे नियमों के ठगी के हो रहे शिकार

दरअसल ऑनलाइन रेलवे की टिकट बुक कराने पर अगर आप का टिकट यात्रा करने और चार्ट बनने के पहले कंफर्म नहीं हुआ है तो आप रेलवे के नियमानुसार किसी भी बोगी में यात्रा नहीं कर सकते जबकि टिकट आपने काउंटर खिड़की से बुक कराया है तो आप कोई भी बोगी में अपनी यात्रा कर सकते हैं अगर ऑनलाइन टिकट बुक कराने वाले यात्रियों जिनका टिकट कंफर्म नहीं हुआ और उन्हें यात्रा करना बेहद जरूरी है तो वह टीटी को दोगुना से ज्यादा फीस देकर पेनाल्टी वाला टिकट बनवा सकते हैं और यात्रा कर सकते हैं वही अगर आपने टिकट काउंटर से रिजर्वेशन कराया है और आपका टिकट कंफर्म नहीं हुआ है तो आप जनरल और रिजर्वेशन बोगी में सफर कर सकते हैं हालांकि कोरोना का हाल में जनरल बोगी को भी रिजर्वेशन बना दिया गया है लेकिन वह केवल बर्थ ही है ।

अब सवाल यह उठता है कि टिकट काउंटर से नगद कैश दकर लिया टिकट यात्रा के लिए मान्य क्यो है जबकि ऑनलाइन टिकट लेने वाले यात्रियों की टिकट कंफर्म नहीं होने पर उनके लिए यात्रा पर प्रतिबंध क्यों है , अगर प्रतिबंध है तो फिर टीटी द्वारा ऑनलाइन टिकट यात्रियों की पुन: दोगुने दर से ज्यादा टिकट बना कर यात्रियों को यात्रा क्यों मान्य है । क्या यही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डिजिटल इंडिया का सपना और डिजिटल इंडिया की सच्चाई । फिलहाल रेलवे के इस दोहरे नियम के कारण यात्री परेशान हलकान हैं और रेलवे द्वारा ठगी का अनुभव कर रहे हैं ।

रेलवे के दोहरे नियम से टीटी हो रहे मालामाल

एक और जहां रेलवे के इस ठगी पूर्ण बनाए हुए नियम से यात्री परेशान हैं वही रेलवे और टीटी के खजाने में इजाफा हो रहा है दरअसल ऑनलाइन टिकट बुक कराने वाले यात्रियों की टिकट कंफर्म नहीं होने पर जो सक्षम यात्री है वह टीटी द्वारा बताए गए टिकट दर पर टिकट टीटी से कटवा लेते हैं लेकिन जो यात्री टीटी के बताए अनुसार दोगुना से ज्यादा दर पर टिकट नहीं बनवा पाते उसे टीटी की सहानुभूति दर देकर अपनी यात्रा करनी होती है जिससे एक ओर रेलवे के खजाने में वृद्धि हो रही है वहीं दूसरी ओर टीटी के भी खजाने में वृद्धि हो रही है और यात्रियों की जेबें ढीली हो रही है । यात्री पूछ रहे मोदी जी यह कैसा डिजिटल और कैशलेस इंडिया है क्या डिजिटल और कैशलेस इंडिया और कोरोना संक्रमण के नाम पर रेलवे ने जो नियम बनाए हैं वह देशवासियों के हित में कितना सही है क्या यह देशवासियों के साथ रेलवे द्वारा नियमों के नाम पर छलावा और ठगी की जा रही है । अब तो रेलवे के इस मनमानी पूर्ण ठगी के नियमों को लेकर कई यात्री उपभोक्ता फोरम की शरण में जा रहे हैं ।

कोरोना कॉल खात्मा की ओर नियमों में परिवर्तन नहीं रिजर्वेशन के नाम पर लूट, जनरल बोगी की सुविधा नहीं

कोरोना संक्रमण आज देश के विभिन्न राज्यों से लगभग समाप्त हो चुका है सरकार ने नई गाइडलाइंस भी जारी कर दी है लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान बनाए गए पुराने नियमों का हवाला देते हुए रेलवे आज भी कोरोना संक्रमण के दौरान बनाए गए नियमों का पालन करते हुए यात्रियों को असुविधा पहुंचाते हुए उनके जेबों से डाका डाल रहा है संक्रमण काल खत्म होने के बावजूद भी शासन के नए नियम अनुसार रेलवे उस पर खरा नहीं उतर रहा है जबकि आज हमारे देश में सबसे ज्यादा रेलवे मैं सफर करने वाले यात्री ज्यादातर जनरल कैटेगरी से यात्रा करते लेकिन हमारे देश का दुर्भाग्य है कि ना तो केंद्र सरकार और ना ही रेलवे प्रशासन इस ओर ध्यान देता है ऑनलाइन रिजर्वेशन कराने वाले जरूरी यात्रा करने वाले यात्री जो वेटिंग टिकट लेते हैं आज भी वह रेलवे के बनाए ठगी पूर्ण नियम के ठगी के शिकार हो रहे हैं रेलवे यात्रियों के सुविधा में खरा क्यों नहीं उतार पा रहा है आये दिन पैसेंजर ट्रेनें रद्द हो रही है जबकि उद्योगपतियों के सामानों को ले जाने वाली मालगाड़ी ट्रेन निरंतर चल रही, आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 23 ट्रेनों के रद्द होने पर नाराजगी जाहिर की है ।

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