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जिले में गर्भवती एवं उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं का हो रहा उपचार

छत्तीसगढ़/कोरबा :- कलेक्टर श्री अजीत वसंत के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी के नेतृत्व में कोरबा जिले की गर्भवती महिलाओं की नियमित रूप से जॉच एवं उपचार किया जा रहा है जिससे उनकी और गर्भ में पल रहे बच्चे की स्वास्थ्य स्थिती की निगरानी हो सके।
उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था ( हाई रिस्क प्रेगनेंसी) वह होती है जिसमें मॉं या शिशु को सामान्य गर्भावस्था की तुलना में अत्यधिक स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा होता है। इसका मतलब है कि गर्भावस्था के दौरान, प्रसव के दौरान या प्रसव के पश्चात् मॉं या बच्चे में जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है। इन जटिलताओं से बचने के लिए गर्भवती महिला का नियमित जॉंच एवं उपचार आवश्यक है। यदि किसी गर्भवती महिला में निम्नांकित कोई भी जोखिम कारक मौजूद है तो मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 17 वर्ष से कम या 35 वर्ष से अधिक उम्र में गर्भावस्था, बहुत कम या अधिक वजन वाली महिलाएँ, 145 सेंटीमीटर से कम उॅंचाई वाली महिलाएँ, पूर्व गर्भावस्था की जटिलताएँ जैसे कि समय से पहले प्रसव, गर्भपात, मृत जन्म या नवजात शिशु की मृत्य,ु पूर्व से मौजूद बिमारी जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग,, गुर्दे की बिमारीयां, मानसिक स्वास्थ्य समस्यायें, गर्भावस्था के दौरान जटिलताएँ जैसे गर्भावस्था -प्रेरित उच्च रक्तचाप, जेस्टेशनल डायबिटीज या प्लेसेंटा की समस्याएं, पूर्व प्रसव ऑपरेशन से हुआ हो। ऐसी लक्षण जिस गर्भवती महिला में हो उसे उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था माना जाता है और उसे विशेष देखभाल और निगरानी की आवश्कता होती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी ने बताया कि उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था एक गंभीर स्थिती है लेकिन उचित प्रबंधन के साथ मॉ एवं बच्चे के लिए अच्छे परिणाम प्राप्त करना संभव है। उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था वाली गर्भवती महिलाओं को प्रसूती एव स्त्री रोग विशेषज्ञ या अन्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा देखभाल की आवश्यकता हे। कोरबा जिले में प्रत्येक माह की 9 एवं 24 तारीख को प्रधान मंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में प्राथमिक/सामु. स्वास्थ्य केन्द्रों में स्त्रीरोग विशेषज्ञ/चिकित्सा अधिकारियो के द्वारा उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की जॉच एवं उपचार प्रदान किया जा रहा है। साथ हीं दूरस्थ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो में सामु.स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ स्त्रीरोग विशेषज्ञ ड्यूटी निर्धारित कर आसपास क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की जॉंच करवाया जा रहा है। जैसे कोरबा ब्लाक में प्रथम बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र श्यांग, तृतीय बुधवार को लेमरू में डॉ.यामिनी बोडे, स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ, कटघोरा ब्लाक में प्रत्येक माह की 9 एवं 24 तारीख को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भिलाईबाजार में डॉ.रश्मि लता सिग, चिकित्सा अधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चाकाबुड़ा में डॉ.सपना खैरवार , चिकित्सा अधिकारी, करतला ब्लाक में प्रथम बुधवार को प्रा.स्वा.केन्द्र सरगबंदिया, द्धितीय बुधवार को प्रा.स्वा.केन्द्र कोथारी , तृतीय बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र फरसवानी, खरवानी तथा चतुर्थ बुधवार को चिकनीपाली में डॉ.प्रियंका गोयल , स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ, पोंडी ब्लाक में द्धितीय बुधवार को प्रा.स्वा.केन्द्र पसान एवं तृतीय बुधवार को प्रा.स्वा.केन्द्र कोरबी में डॉ. राकेश सिंह , स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ, पाली ब्लाक में प्रथम बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सपलवा में तृतीय बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हरदीबाजार ,में डॉ.जयंत राम भगत , स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ की सेवायें निर्धारित किया गया है। जिससे उस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं तथा आसपास क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की जॉच एवं उपचार प्रदान किया जाता है जिससे उच्च जोखिम वाली वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान हो सके।
कलेक्टर श्री अजीत वसंत एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तथा मितानिनों को निर्देशित किया है कि अपने क्षेत्र की उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उपचार करावें, प्रत्येक उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं का माह में कम से कम एक बार एएनसी जांच नजदीक के प्राथमिक/ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ द्वारा अवश्य होना चाहिये।

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