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बेमौसम बारिश की संभावना:उपार्जन केंद्रों में धान को भीगने से बचाने तिरपाल और कैप कवर से ढका गया, कलेक्टर श्रीमती साहू ने दिए जरूरी इंतजाम करने के निर्देश

छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोरबा जिले के सभी 55 धान उपार्जन केंद्रों में किसानों से खरीदे गये धान को बेमौसम बारिश से बचाने के लिए तिरपाल और कैप कव्हर से ढककर सुरक्षित कर लिया गया है। मौसम विभाग द्वारा पश्चिमी विक्षोप के कारण जिले के कुछ स्थानों पर बेमौसम बारिश की संभावना जताई है। इसके बाद कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने खरीदी केंद्रों में रखे धान को भीगने से बचाकर सुरक्षित रखने के लिए सभी इंतजाम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्र प्रभारियों और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी जिले में उपार्जन केंद्रों की सत्त मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए हैं। कलेक्टर ने धान खरीदी से जुड़े सभी अधिकारियों को अपने दायित्वों का गंभीरता से निर्वहन करने को कहा है। कलेक्टर ने अधिकारियों को धान खरीदी, खरीदे गये धान की सुरक्षा, परिवहन या रख-रखाव में किसी भी स्तर पर लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
इस संबंध में जिले के सहकारी बैंक नोडल अधिकारी श्री एस.के.जोशी ने बताया कि बेमौसम बारिश की संभावना को देखते हुए सभी 55 समितियों में जरूरी व्यवस्थाएं पहले ही कर ली गई है। धान उपार्जन केंद्रों में पक्के चबूतरों पर धान को तिरपाल और कैप कवर से ढंककर रखा गया है। धान की समुचित स्टैकिंग कर ली गई है। खरीदी केंद्रों में बारिश के पानी का भराव रोकने के लिए डेªनेज के इंतजाम किये गये हैं। धान में नमी का स्तर नियंत्रित रखने के लिए स्टैकिंग से पहले सबसे नीचे दो परत भूसे भरे बोरों की लगाई गई है। श्री जोशी ने बताया जिले के सभी 55 खरीदी केंद्रांे में अब तक खरीदे गये धान को सुरक्षित रखने के पूरे उपाय पिछले दो दिनों की छृट्टियों के दौरान सुनिश्चित कर लिए गये हैं। जिले में किसानों से खरीदा गया पूरा धान सुरक्षित कर लिया गया है।

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