केंद्र एवं राज्य शासन के मंशानुरूप कोरबा पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है जन-जागरूकता अभियान, पुलिस के द्वारा अपने-अपने थाना/चौकी क्षेत्रों में लोगों को किया गया जागरूक
सस्ते दर पर ऑन लाइन तत्काल कर्ज देने वालों से रहें सावधान, इंस्टैंट लोन देने के लिए इंस्टेंट लोन एप्लीकेशन इंस्टाल कराकर चुराते मोबाईल से डेटा, पुलिस में रिपोर्ट करने व रिकार्ड खराब करने की धमकी देकर करते है वसूली,
यदि किसी प्रकार के ऑनलाईन फ्रॉड होने पर सायबर पोर्टल https://cybercrime.gov.in या सायबर हेल्प लाईन नंबर 1930 में ऑनलाईन शिकायत दर्ज करने के अलावा अपने निकटतम पुलिस थाना या सायबर सेल जाकर रिपोर्ट कराने के संबंध में जागरूक किया गया
पांचवा दिवस सायबर जन जागरूकता पखवाड़ा अभियान के तहत कोरबा पुलिस द्वारा जागरूक किया गया साथ ही साथ सर्वमंगला मंदिर में श्रद्धालुओं को पाम्पलेट वितरण तथा थाना एवं चौकी क्षेत्र में पाम्पलेट चस्पा कर जागरूक किया गया।
छत्तीसगढ़/कोरबा :- दिनांक 05.10.2024 से 19.10.2024 तक संपूर्ण कोरबा जिले में शासन के मंशानुरूप पुलिस अधीक्षक कोरबा राजेश कुकरेजा के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा वर्मा के मार्गदर्शन में सजग कोरबा के तहत सायबर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत दिनांक 09.10.2024 को
(01) थाना थाना सिविल लाइन रामपुर एवं सायबर सेल कोरबा पुलिस द्वारा राजेंद्र प्रसाद नगर फेस 01 एवं महाराणा प्रताप नगर के दुर्गा पंडाल में 2500 लोगों को
(02) थाना बाकीमोगरा पुलिस द्वारा कटाइनार के दुर्गा पंडाल में 150 लोगों को
(03) थाना लेमरू पुलिस द्वारा नकिया में 200 ग्रामिणों को
(04) थाना कटघोरा द्वारा कटघोरा के दुर्गा पंडाल में 300 ग्रामिणां को (05) सर्वमंगला पुलिस चौकी द्वारा सर्वमंगला मंदिर में 70 श्रद्धालुओं को सायबर अवेयरनेस पाम्पलेट वितरण कर बढ़ते साइबर क्राईम के बारे में बताया गया कि सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर सुरक्षा एवं प्राईवेसी को ध्यान में रखते हुये सावधानी पूर्वक सोशल मीडिया में व्यवहार करने के संबंध में सोशल मीडिया में अनजान लोगो को रियल लाईफ में सत्यापन किये बिना उनका फ्रेंडशीप रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करे।
अगर आपको पैसे की जरूरत है ,आप लोन लेना चाहते है ,और अगर ऑनलाईन लोन लेने के बारे में सोंच रहे है तो सावधान हो जाइए। मिनटों में लोन देने वाले ऐप्स के झांसे में आकर लोग बर्बाद हो रहे हैं असल में पूरा एक गिरोह लोगो को ठगने में लगा हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भी इंस्टेंट लोन एप्लीकेशन से बचने हेतु अलर्ट जारी किया है। पूरा एक गैंग है, जिसमें ज्यादा अनाधिकृत लोग लगे हैं जिन्हें रिजर्व बैंक से लोन देने का अधिकार नही मिला है, इसके बावजूद वे खुलेआम मिनटों में लोन का ऑफर देकर लोगों को फंसा रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान से ये सारे एप्लीकेशन एक्टिवेट हुए है ,और पैसों की कमी से जूझ रहे लोगो को सस्ते दर पे लोन मुहैया कराने का झांसा देकर अपने जाल में फंसा रहे है। गैंग द्वारा कस्टमर से तीन महीने का बैंक स्टेटमेंट, आधार कार्ड या पैन कार्ड की कॉपी लेकर तुरंत कुछ मिनटों में ही लोन दे दिया जाता है। जिसे चुकाने के लिए निश्चित समयावधि दी जाती है अगर एक एप्लीकेशन से ली गई लोन आप चुका नही पाते तो दूसरी एप्लीकेशन का नाम बता कर उसे इंस्टाल करा कर उससे लोन लेकर पिछले लोन की भरपाई करने को कहा जाता है। ग्राहक को गूगल प्ले स्टोर से एप्लिकेशन को डाउनलोड करने को कहा जाता है, ऐप्प को इंस्टाल करते समय ग्राहक, पर्सनल डिटेल (जैसे फोटो गैलरी) और कान्ट्रेक्ट लिस्ट साझा करने की परमिशन एप्लीकेशन को दे देते है जिससे ग्राहक के मोबाइल की पूरी डाटा सारे संपर्क नम्बर सहित चुरा लिया जाता है और ग्राहक को लोन दे दिया जाता है। ग्राहक को विश्वास में लेते है कि उनके अच्छे सिबिल रिकार्ड के कारण ही उनको लोन दिया जा रहा है। ये लोन देने के बाद 30 से 35 प्रतिशत का सालाना ब्याज तो लेते है साथ ही समय पर रकम वापस प्रति दिन 3,000 रुपये तक की पेनाल्टी की रकम भी वसूलते है। ये खुद ही लोन के पैसा वापस देने के लिए दूसरे लोन एप्लीकेशन की जानकारी देते है और उनसे लोन लेने के लिए उत्प्रेरित करते है। बहुत ही कम समय में इनके द्वारा 1 हजार से लेकर 50 हजार तक लोन दे दिया जाता है बाद में इनके रिकवरी एजेंट लोगों को प्रताड़ित करते है यहां तक कि ये कंपनियां लोन लेने वाले लोगों के पर्सनल डिटेल सोशल मीडिया पर शेयर कर उन्हें डिफाल्टर घोषित कर देने की धमकी फ़ोन से देते है कस्टमर के मोबाइल से एपलीकेशन इंस्टाल करा कर चुराए हुये मोबाइल डेटा कांटेक्ट डिटेल के सारे लोगो को फोन कर परेशान भी किया जाता है। और इतने सामाजिक अपमान से क्षुब्ध होकर कई लोग गलत दिशा में कदम तक उठा लेते है। कस्टमर को बार बार फ़ोन कर परेशान किया जाता है फिर उनके परिवार के सदस्यों को फोन कर धमकाया जाता है और गालियां दी जाती हैं इसके बाद भी अगर कोई लोन नही चुका पाता तो उसके कान्टेक्ट लिस्ट के लोगों, दोस्तों को फोन कर उन्हें व्हाट्सऐप मैसेज भेजकर ग्राहक को अपमानित किया जाता है जो इनके काम करने का तरीका है फर्जी लीगल नोटिस भी भेजी जाती है। प्रोसेसिंग फीस और जीएसटी के नाम पर बड़ी रकम काट देते है।
ऐसी किसी भी प्रकार की घटना होने पर नजदीकी पुलिस थाने अथवा साइबर सेल से संपर्क करें। या 1930 पर डायल करें https://cybercrime.gov.in पर लॉगिन कर रिपोर्ट करें, सावधान रहें ,सुरक्षित रहें इस प्रकार सायबर जन जागरूकता पखवाड़ा अभियान के पांचवा दिवस दिनांक 09.10.2024 को *‘‘सजग कोरबा’’* के तहत सायबर जन-जागरूकता पखवाड़ा अभियान चलाकर लोगों को किया जा रहा है कोरबा पुलिस द्वारा जागरूक किया गया साथ ही साथ सर्वमंगला मंदिर में श्रद्धालुओं को पाम्पलेट वितरण तथा थाना एवं चौकी क्षेत्र में पाम्पलेट चस्पा कर जागरूक किया गया।