छत्तीसगढ़/कोरबा :- नगर पालिक निगम कोरबा के आयुक्त आशुतोष पांडे इन दिनों शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहे हैं। वे प्रतिदिन अलग-अलग वार्डों का दौरा कर घर-घर और मोहल्लों में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे हैं। आयुक्त की इस सक्रियता का मकसद है – शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाना।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त आशुतोष पांडे स्वयं आमजन को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रहे हैं। वह लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे घर का कचरा सार्वजनिक स्थानों पर न फेंके, बल्कि उसे स्वच्छता दीदियों को दें। उनका कहना है कि “यह शहर हम सबका है, इसे स्वच्छ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।” इसी क्रम में मंगलवार को आयुक्त ने वार्ड क्रमांक 19 पथर्रीपारा का दौरा किया। निरीक्षण में कई स्थानों पर नालियों के जाम होने, बिजली की दिक्कतों और सफाई में लापरवाही की शिकायतें मिलीं। इस पर उन्होंने तत्काल संबंधित ठेकेदारों और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सुधार के निर्देश दिए। साथ ही, बार-बार कचरा फैलाने वालों पर जुर्माना लगाने के निर्देश भी जारी किए गए।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने वार्ड स्थित तालाब और गार्डन का भी जायजा लिया। गार्डन क्षेत्र में बिजली की समस्या के अलावा नशेड़ियों का जमावड़ा होने की शिकायत स्थानीय निवासियों ने की, जिस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई और सतत निगरानी के निर्देश दिए।
आयुक्त की सक्रियता और सख्त रुख से नगर निगम के सफाई अमले में भी हड़कंप है। उन्होंने साफ कर दिया है कि अब सफाई में लापरवाही या अनियमितता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चाहे नागरिक हों या सफाई से जुड़े ठेकेदार – लापरवाही करने पर सीधे कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त स्वयं सफाई कर्मी के ड्रेस कोड में नजर आए उनका कहना है कि सभी सफाई कर्मी ड्रेस कोड में ड्यूटी के दौरान दिखे जिससे लोग आसानी से सफाई कर्मियों की पहचान कर सके, निरीक्षण के दौरान सफाई ठेकेदार कर्मी ड्रेस कोड में नजर नहीं दिखे जिन्हें फटकार लगाई।
नगर निगम का यह अभियान आने वाले दिनों में अन्य वार्डों में भी जारी रहेगा। प्रशासन की पहल और जनता की भागीदारी से कोरबा को स्वच्छ शहर की श्रेणी में शामिल करना अब प्राथमिक लक्ष्य बन गया है।