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आंख की रोशनी छिनी, मदद को तरसा कर्मचारी — कलिंगा कंपनी की लापरवाही उजागर

छत्तीसगढ़/कोरबा :- एसईसीएल दीपका क्षेत्र अंतर्गत कार्यरत ठेका कंपनी केसीसी कलिंगा कंपनी में पदस्थ सहायक सुपरवाइज़र गोपाल बिंझवार 18 फरवरी 2025 को ड्यूटी के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए। कोयला लोडिंग के दौरान हुए हादसे में उनकी आंख में कोयले का टुकड़ा जा गिरा, जिससे उनकी आंख बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

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पीड़ित कर्मचारी ने बताया कि घटना की सूचना तत्काल संबंधित एचआरओ एवं अधिकारियों को दी गई, जिसके बाद उसे घर पर आराम करने और इलाज व वेतन की व्यवस्था का आश्वासन दिया गया। लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी न इलाज हुआ और न ही वेतन मिला। इससे पीड़ित के परिवार को भोजन की व्यवस्था में भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।

पीड़ित गोपाल बिंझवार ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने केवल औपचारिकता निभाई, और अब बार-बार ऑफिस के चक्कर कटवाए जा रहे हैं। अगर जल्द ही इलाज और वेतन की उचित व्यवस्था नहीं की गई तो वह परिवार सहित कंपनी के गेट पर धरना देने को मजबूर होंगे।

कंपनी की कार्यशैली पर उठे सवाल
उल्लेखनीय है कि कलिंगा कंपनी को एसईसीएल दीपका क्षेत्र में कोयला और मिट्टी के कार्य का ठेका मिला है, जिसे वह सफलतापूर्वक कर रही है। लेकिन कर्मचारियों के प्रति कंपनी की लापरवाही लगातार उजागर हो रही है। हादसे के बाद सहयोग न मिलना कर्मचारियों के मन में भय और असंतोष का कारण बनता जा रहा है।

पीड़ित गोपाल ने मीडिया के माध्यम से मांग की है कि कंपनी प्रबंधन तत्काल संज्ञान ले और आंख के समुचित इलाज व लंबित वेतन की व्यवस्था सुनिश्चित करे, ताकि वह और उसका परिवार मानसिक व आर्थिक पीड़ा से उबर सके।

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