स्कूली बच्चे टीका लगवाने के लिए उत्साहित, 75 हजार 954 बच्चों को लगेगा टीका
छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोरोना महामारी से बचने के लिए अब 15 से 18 वर्ष के बच्चों का कोविड टीकाकरण शुरू हो गया है। जिले में स्कूली बच्चों को टीका लगाने के लिए स्कूलों में 187 टीकाकरण केंद्र बनाये गये हैं। टीकाकरण के पहले दिन कोरोना से बचने के लिए स्कूली बच्चों ने उत्साह के साथ कोविड वेक्सीनेशन कार्यक्रम में भाग लिया। पंद्रह से 18 वर्ष के बच्चों ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए टीका लगवाये। जिले में कुल 75 हजार 954 बच्चों को कोविड का टीका लगाया जायेगा। कोरबा के शहरी क्षेत्र में 15 से 18 वर्ष के सबसे अधिक 22 हजार 874 स्कूली बच्चों को कोविड वेक्सीन का पहला डोज दिया जायेगा। विकासखंड करतला के अन्तर्गत नौ हजार 177, कटघोरा में 10 हजार नौ, कोरबा में नौ हजार 218 पाली में 12 हजार 510 एवं पोड़ीउपरोड़ा विकासखंड में 12 हजार 165 बच्चों को कोविड का टीका लगाया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.बी.बोडे ने जिले के सभी 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के विद्यार्थियों एवं शाला त्यागी किशोर-किशोरियों से कोविड महामारी से बचने टीका लगाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते रफ्तार को देखते हुए सभी पात्र लोगों को टीका लगवाना जरूरी है।
कोविड टीका लगने से अब मैं सुरक्षित, पढ़ाई में नहीं होगी दिक्कत- 15 से 18 वर्ष के बच्चों को कोविड टीकाकरण के पहले दिन स्कूली बच्चों ने उत्साह और उमंग के साथ कोविड का टीका लगवाया। कोरबा शहर के कोसाबाड़ी स्थित निर्मला हायर सेकेण्डरी स्कूल में कक्षा 11 वीं की छात्रा सृष्टि साहू ने टीका लगवाकर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए को-वेक्सीन का पहला डोज लगवाया है। टीका लगाने के बाद उन्हें कोई परेशानी नहीं हो रही है। सृष्टि ने कहा कि कोविड टीका लग जाने से कोरोना महामारी से बचाव होगी। उन्होंने कहा कि टीकाकरण हो जाने से अब उन्हें पढ़ाई और स्कूल आने में भी कोई दिक्कत नहीं होगी। निर्मला स्कूल के ही कक्षा 11 वीं की छात्रा भावना कैवर्त ने कहा कि पहले कोविड टीका नहीं लगा था तो कोरोना का डर बना रहता था। स्कूल आने में भी कोरोना महामारी का भय रहता था। उन्होंने कहा कि आज कोविड टीका लगवाने के पश्चात यह डर खत्म हो गया है। उन्हांेने 15 से 18 वर्ष के बच्चों को कोविड का टीका लगाने की पहल पर शासन का आभार भी जताया। भावना ने सभी पात्र लोगों को कोविड महामारी से बचने कोविड टीका लगवाने के लिए भी कहा। इसी प्रकार शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय साडा के 10 वीं की छात्रा प्रियंका पुरोहित, खुशबू, प्राची राठौर, कोमल केशरवानी, पूजा श्रीवास एवं प्रगति केशरी आदि विद्यार्थियों ने टीका लगवाकर खुशी जताया। शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल पीडब्ल्यूडी रामपुर के कक्षा 11 वीं के छात्र संतदास महंत, करणसिंह, अभिनव उपाध्याय एवं निखिल चौहान ने भी आसानी से कोविड का टीका लगवाये।
पालकों की चिन्ता हुई दूर- निर्मला स्कूल में अपने बच्चे को टीका लगवाने के लिए आये श्री संतोष दास महंत ने कहा कि बच्चों को स्कूल भेेेेेजने में कोरोना का डर सताते रहता था। बच्चों की सुरक्षा के लिए उन्हें स्कूल भेजने का मन नहीं करता था। 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना से बचने पहले से ही टीका लगाया जा रहा है। शासन द्वारा अब 15 से 18 वर्ष के बच्चों को टीका लगाने की शुरूआत हो जाने से बिना कोरोना के डर के बच्चों को स्कूल भेज सकेंगे। श्री महंत ने कक्षा 12 वीं में पढ़ रहे अपने बेटे को कोविड का टीका लगवाने के लिए स्वयं उसके साथ स्कूल तक आये। बेटे को टीका लग जाने पर श्री महंत ने खुशी जताते हुए कहा कि बच्चे के सुरक्षा के लिए अब चिन्ता दूर हो गई है। उन्होंने सभी पालकों को अपने 15 से 18 वर्ष के बच्चों का कोविड टीकाकरण करवाने की अपील भी की।