छत्तीसगढ़/कोरबा :- गणेशोत्सव का पावन पर्व कोरबा जिले में इस वर्ष विशेष उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाया जा रहा है। बप्पा के स्वागत में शहरवासियों की आस्था का ज्वार उमड़ पड़ा है। गलियों, चौक-चौराहों से लेकर बड़े-बड़े पंडालों तक “गणपति बप्पा मोरया” के जयकारे गूंज रहे हैं। हर तरफ भक्तिभाव और उल्लास का वातावरण देखने को मिल रहा है।
इस वर्ष कोरबा में अनेक स्थानों पर गजानन को रिद्धि–सिद्धि के साथ बाल रूप में विराजमान किया गया है। भक्त जब बाल स्वरूप बप्पा के दर्शन करते हैं, तो उनके हृदय में मासूमियत और पवित्रता का भाव जाग उठता है। श्रद्धालु इस विश्वास के साथ बप्पा की आराधना कर रहे हैं कि वे हर घर में सुख, समृद्धि और मंगल लेकर आएंगे।
पुराने कोरबा के चित्रा टॉकीज़ के पास बने एक भव्य पंडाल ने इस बार श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान आकर्षित किया है। यहाँ “ऑपरेशन सिंदूर” थीम पर सजावट की गई है, जिसमें देशभक्ति की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। पंडाल में लगे बैनर और झांकी भक्तों को संदेश देते हैं कि भक्ति और राष्ट्रप्रेम जब साथ चलते हैं, तो समाज में नई ऊर्जा का संचार होता है। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु यहाँ एक ओर भगवान गणेश की आराधना कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर देशभक्ति से ओतप्रोत दृश्य देखकर गौरवान्वित भी महसूस कर रहे हैं।
गणेशोत्सव के अवसर पर शहर के विभिन्न इलाकों में आकर्षक रोशनी, सजावट और झांकियों से वातावरण और भी भक्तिमय हो उठा है। नन्हे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सब इस पर्व में पूरे हर्षोल्लास से शामिल हो रहे हैं। महिलाएं पारंपरिक परिधानों में भजन-कीर्तन कर रही हैं, वहीं युवा वर्ग पंडाल सजाने और सेवाभाव में जुटा हुआ है।
गणपति पंडालों में सुबह-शाम आरती और भजन की गूंज वातावरण को और भी दिव्य बना रही है। श्रद्धालु अपने परिवार सहित बप्पा के दर्शन कर आशीर्वाद ले रहे हैं और सुख-शांति की कामना कर रहे हैं।
हालाँकि, बप्पा के स्वागत में उमड़ रही भारी भीड़ के कारण शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी बाधित हो रही है। खासकर शाम के समय जगह-जगह जाम की स्थिति बन जाती है। प्रमुख मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं, जिससे आमजन को असुविधा हो रही है। यह स्थिति पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। ट्रैफिक पुलिस लगातार व्यवस्था संभालने का प्रयास कर रही है, लेकिन भीड़ का दबाव इतना अधिक है कि अतिरिक्त इंतजाम की जरूरत महसूस की जा रही है।
पूरा कोरबा गणेशोत्सव की भक्ति रसधारा में डूबा हुआ है। कहीं ढोल-नगाड़ों की थाप है, तो कहीं आरती की ज्योति से वातावरण आलोकित हो रहा है। आस्था, उल्लास और भीड़ का यह अद्भुत संगम कोरबा को गणेशमय बना रहा है।