छत्तीसगढ़/कोरबा :- कुसमुंडा कोल माइन (SECL) के अंतर्गत ठेका कंपनी जेके कंपनी के समस्त ड्राइवरों ने अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर ड्राइवरों के बैनर तले आंदोलन तेज कर दिया है। ड्राइवरों ने एकजुट होकर 9 सितंबर, 2025 को खदान बंद करने और जीएम कार्यालय का घेराव करने का ऐलान किया है। इन मांगों में कर्मचारी भविष्य निधि (EPF), PLI बोनस, और नई ठेका कंपनी के आने पर पुराने ड्राइवरों की नौकरी सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है। इस आंदोलन को छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना गैर राजनीतिक का पूर्ण समर्थन प्राप्त है।
6 सितंबर, 2025 को ड्राइवरों द्वारा बुलाई गई एक महत्वपूर्ण बैठक में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश संगठन मंत्री उमा गोपाल को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। उमा गोपाल ने ड्राइवरों की अगुवाई में मजदूरों के शोषण के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया और कहा, ड्राइवरों और मजदूरों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। उनकी प्रेरक उपस्थिति और नेतृत्व ने आंदोलन को नई दिशा और मजबूती प्रदान की। बैठक में कार्मिक प्रबंधक ने आश्वासन दिया कि 8 सितंबर को विस्तृत चर्चा कर समाधान निकाला जाएगा।
ड्राइवरों का नेतृत्व, उमा गोपाल की अगुवाई और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना यह आंदोलन ड्राइवरों के बैनर तले शुरू हुआ, जो उनकी एकता और हक के लिए दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। उमा गोपाल जिन्हें ड्राइवरों ने विशेष रूप से आमंत्रित किया, ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के समर्थन के साथ इस आंदोलन को संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके जोशीले और निर्भीक नेतृत्व ने ड्राइवरों में उत्साह जगाया और उनकी मांगों को प्रभावी ढंग से प्रशासन के समक्ष रखा। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का समर्थन इस आंदोलन को और मजबूती दे रहा है, जो छत्तीसगढ़ के मजदूरों की एकजुटता और स्वाभिमान का प्रतीक बन गया है।
9 सितंबर को प्रस्तावित प्रदर्शन से खदान के संचालन पर प्रभाव पड़ सकता है। इस मुद्दे पर 8 सितंबर की बैठक के परिणाम महत्वपूर्ण होंगे, जिसका सभी को इंतजार है।