नगर पंचायत अध्यक्ष, भाजपा मंडल अध्यक्ष व जनपद उपाध्यक्ष के संयुक्त हस्ताक्षर से की गई शिकायत
छत्तीसगढ़/कोरबा-पाली :- कोरबा जिले के कटघोरा वनमंडल में कुछ कर्मचारी एक ही स्थान पर वर्षों से जमे हुए है। जिनके आगे शायद नियम कानून ढीले पड़ गए है। पाली वन परिक्षेत्र में भी डिप्टी रेंजर यशमन कुमार आडिल लगभग 8- 9 वर्षों से तैनात है, जिनके लगातार विरोधी गतिविधि एवं ग्रामीणों को निरंतर परेशान करने की शिकायत डीएफओ से की गई है तथा उसका तबादला दूसरे जिले में करने की मांग उठी है ताकि क्षेत्र में निष्पक्ष चुनाव हो सके। 
भाजपा के पाली मंडल अध्यक्ष रोशन सिंह ठाकुर, नगर पंचायत अध्यक्ष उमेश चंद्रा, जनपद पंचायत पाली के उपाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह के संयुक्त हस्ताक्षर से बीते 19 दिसंबर 2024 को डीएफओ को दिए शिकायतपत्र में उल्लेख है कि पाली वन परिक्षेत्र अंतर्गत पाली सर्किल इंचार्ज यशमन कुमार आडिल लगातार 8- 9 वर्षों से पाली कटघोरा वनमण्डल में पदस्थ है एवं लगातार वह भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध कार्य करते आ रहे है। यशमन कुमार आडिल के द्वारा निरंतर कांग्रेस पार्टी के समर्थन में कार्य किया जा रहा है एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में लगातार आदिवासी लोगों से वसूली एवं अवैध कार्य किये जा रहे हैं जिसके लिए कई बार उनको चेतावनी भी दी गई परन्तु वो हर बार विपक्ष पार्टी के बडे नेता से परिचय होने का हवाला देकर एवं भाजपा पार्टी समाज का विभाजन करती है, मैं हमेशा इसके विरूद्ध रहूंगा, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता…. बोलकर अपने कार्यों को बड़े ही बेधड़क तरीके से अंजाम देते आ रहा है। यहां तक कि आडिल के द्वारा 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष पार्टी के समर्थन में खुलेआम प्रचार- प्रसार किया गया था। एक ही वनमण्डल में लगातार इतने वर्षों से पदस्थ रहना भी चुनाव आयोग के नियम के विरूद्ध है। अगामी आने वाले चुनाव को ध्यान में रखते हुए यशमन कुमार आडिल का स्थानांतरण तत्काल प्रभाव से करने की मांग शिकायत पत्र में की गई है ताकि आने वाले चुनाव में किसी सरकारी कर्मचारी के द्वारा किसी भी आम नागरिक की मनोदशा परिवर्तित न की जा सके एवं चुनाव का संचालन सफलता पूर्वक हो सके। जिस शिकायत की प्रति मुख्यमंत्री, वनमंत्री, सहित वन अधिकारियों को प्रेषित कर कहा गया है कि यशमन कुमार आडिल का स्थानांतरण चुनाव आयोग के नियमानुसार अन्य जिले में जल्द से जल्द किया जावे ताकि किसी भी पार्टी के प्रतिनिधि को इनसे किसी भी प्रकार की हानि न हो।
बता दें कि यशमन कुमार आडिल 8- 9 वर्ष पूर्व पाली वन परिक्षेत्र में पदस्थ किये गए, तब वे बीट गार्ड के पद पर थे। पाली में ही रहते हुए उनकी पदोन्नति हुई और आज पर्यन्त वे एक ही स्थान पर अपना पांव जमाए हुए है। जबकि पदोन्नति के बाद अन्यंत्र स्थानांतरण किये जाने की नीति है। ऐसे में वन विभाग में वर्षों से एक ही स्थान पर अंगद के पांव की तरह जमे हुए ऐसे लोगो पर विभाग की दरियादिली समझ से परे है, जो अब आम चर्चा का विषय बन गई है। स्थानांतरण नीति के तहत वन विभाग में अधिकारी- कर्मचारी छह वर्ष तक एक जिले में तथा दस वर्ष मंडल में तैनात रह सकते है। इसके अलावा संवेदनशील जगहों पर किसी भी कर्मी को अधिकतम दो वर्ष रखा जा सकता है।
















