कोरबा के मीरा रिसॉर्ट में चल रहे कथा कार्यक्रम को लेकर उठे सवाल
छत्तीसगढ़/कोरबा :- जिले के प्रतिष्ठित मीरा रिसॉर्ट में चल रहे कथावाचक प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था इस कदर कड़ी है कि आयोजन स्थल पर भारी संख्या में बाउंसरों को तैनात किया गया है। आम तौर पर धार्मिक आयोजनों में श्रद्धा और शांति का वातावरण देखने को मिलता है, लेकिन इस कार्यक्रम में दिखाई दे रही ‘हाई सिक्योरिटी’ ने आम श्रद्धालुओं और क्षेत्रीय लोगों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा को लेकर पहले से ही करोड़ों रुपये के चंदा संग्रह की खबरें सुर्खियों में रही हैं। अब जब भक्तों को पास नहीं मिल पा रहे हैं और कार्यक्रम स्थल पर आम लोगों की पहुंच सीमित कर दी गई है, तब भारी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
कई श्रद्धालुओं ने शिकायत की है कि वे मन से दान देने के बाद भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यह सच में धार्मिक कार्यक्रम है तो फिर इतनी भारी सुरक्षा और बाउंसरों की जरूरत क्यों पड़ रही है?
क्या कहते हैं जानकार:
सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि धार्मिक आयोजनों को लेकर पारदर्शिता और जनसुलभता होना आवश्यक है। जब कथा धर्म और भक्ति के लिए होती है, तब इसमें भय या गोपनीयता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
आयोजकों को क्या पुलिस पर भरोसा नहीं
आयोजन स्थल पर भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात है लेकिन इस तरह बाउंसरों की तैनाती से सवाल खड़े हो रहे हैं ऐसा लगता है कि आयोजकों को पुलिस पर भरोसा ही नहीं शायद यही कारण है कि आयोजकों को बाउंसर की भारी मात्रा में तैनाती करना पड़ रहा है