छत्तीसगढ़/कोरबा :- संत शिरोमणि परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती के पावन अवसर पर कोरबा जिले के ग्राम गोढ़ी में 25 से 27 दिसंबर 2025 तक आयोजित तीन दिवसीय भव्य महोत्सव अत्यंत श्रद्धा, उत्साह एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। यह आयोजन छत्तीसगढ़ में पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाली सबसे बड़ी एवं प्रतिष्ठित पंथी प्रतियोगिता के रूप में विशेष पहचान रखता है, जिसमें पंथी नृत्य आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा।
महोत्सव का शुभारंभ 25 दिसंबर को भव्य शोभायात्रा के साथ किया गया। प्रथम दिवस ऑडियो पंथी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के आधार पर प्रथम पुरस्कार 4,000 रुपये, द्वितीय 3,000 रुपये, तृतीय 2,000 रुपये तथा चतुर्थ पुरस्कार 1,500 रुपये प्रदान किए गए।
तीन दिवसीय आयोजन के दौरान आयोजित पंथी नृत्य प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से आए शीर्ष पंथी दलों ने बाबा गुरु घासीदास जी के संदेशों और सतनामी संस्कृति को नृत्य के माध्यम से जीवंत कर दिया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर धुसेरा पंथी पार्टी, रायपुर ने 50,000 रुपये का पुरस्कार अर्जित किया। द्वितीय स्थान बालकदास पंथी पार्टी, पत्थलगांव को 30,000 रुपये, तृतीय स्थान बावनकेरा पंथी पार्टी, महासमुंद को 21,000 रुपये प्रदान किए गए। चतुर्थ स्थान गढ़बेला, पिथौरा को 10,000 रुपये, पंचम स्थान रलिया, बिलासपुर को 7,000 रुपये, षष्ठम स्थान सत के अंजोर पंथी पार्टी, जाजंग को 5,000 रुपये तथा सप्तम स्थान टिंगीपुर पंथी पार्टी को 5,000 रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त सभी अन्य सहभागी पंथी दलों को दूरी के आधार पर 2,000 से 5,000 रुपये तक की सांत्वना राशि दी गई।
महोत्सव की विशेषता यह रही कि तीनों दिनों तक विशाल सामूहिक भंडारे का आयोजन निरंतर किया गया। अंतिम दिवस 27 दिसंबर की शाम आयोजित विशेष भंडारे में 10,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। ग्राम गोढ़ी सहित आसपास के अनेक गांवों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने तीनों दिनों में भंडारे में सहभागिता की।
28 दिसंबर की प्रातः समापन समारोह में सभी विजेता पंथी दलों को पुरस्कार राशि, जय स्तंभ के प्रतीक चिन्ह एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही आयोजन में सहयोग देने वाले समाजजनों एवं समितियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
सतनामी समाज गोढ़ी बाबा गुरु घासीदास जी के अमर संदेश “मनखे-मनखे एक समान” को आत्मसात करते हुए सामाजिक समरसता, सेवा एवं सांस्कृतिक संरक्षण के लिए निरंतर कार्यरत है। समाज द्वारा प्रत्येक सोमवार को नियमित पूजा-अर्चना एवं बाबा जी के विचारों का स्मरण किया जाता है।
इस आयोजन को सफल बनाने में सतनामी समाज गोढ़ी, सतनाम आर्मी, सतनामी महिला समिति, भंडारा समिति, निर्णायक समिति, आयोजक समिति एवं पुजारी समिति का विशेष योगदान रहा। समाज ने सभी श्रद्धालुओं, पंथी दलों, दानदाताओं एवं सहयोगकर्ताओं के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
















