छत्तीसगढ़/कोरबा :- वनांचल और दुर्गम पहाड़ियों के बीच बसे बलसेन्धा, माली कछार, अमलडिहा, आमाडाँड़, जूनाडीह, धौराबारी जैसे गांवों के सैकड़ों विद्यार्थियों के लिए ग्राम श्यांग का शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ही उच्च शिक्षा की एकमात्र राह है। यहाँ से आगे बढ़ने का सपना देखने वाले इन विद्यार्थियों के लिए नवमीं कक्षा में दाखिला लेना ही एक बड़ी उपलब्धि होती है। परंतु वर्षों से इस विद्यालय में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी विद्यार्थियों की राह में बड़ी बाधा बनी हुई थी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा प्रारंभ की गई युक्तियुक्तकरण नीति ने अब इन विद्यार्थियों की यह समस्या दूर कर दी है। इसी के अंतर्गत श्यांग हायर सेकंडरी स्कूल में राजनीति शास्त्र विषय के व्याख्याता श्री जय राम बघेल की पदस्थापना हुई है। दूरस्थ क्षेत्र में पदस्थ होकर भी श्री बघेल ने इसे चुनौती नहीं, बल्कि सेवा का अवसर माना है। वे कहते हैं – “राजनीति शास्त्र भले ही सरल लगे, पर इसे समझना और जीवन से जोड़ना बहुत आवश्यक है। मैं चाहता हूँ कि ये बच्चे विषय को जानें, समझें और समाज में अपनी भूमिका को पहचानें।”
विद्यालय की छात्राएँ दिव्या, कविता, मोनिका और दीपिका बताती हैं कि अब राजनीति विषय की कक्षाएँ नियमित रूप से संचालित हो रही हैं। पहले शिक्षक की कमी के कारण वे विषय को ठीक से समझ नहीं पाती थीं, लेकिन अब उन्हें मार्गदर्शन मिलने लगा है। विद्यार्थियों के चेहरों पर आत्मविश्वास और प्रसन्नता झलकने लगी है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के दूरदर्शी निर्णय और शिक्षा विभाग की पहल से आज श्यांग जैसे अंतिमछोर के गाँवों के विद्यार्थियों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। युक्तियुक्तकरण नीति ने न केवल विद्यालयों को शिक्षक उपलब्ध कराए हैं, बल्कि विद्यार्थियों को अपने सपनों को साकार करने का विश्वास भी दिया है।
श्यांग विद्यालय में राजनीति शास्त्र की शिक्षा शुरू होने के साथ अब यहाँ के विद्यार्थी भी आने वाले समय में समाज और राष्ट्र की दिशा तय करने में अपनी भूमिका निभाने को तैयार हैं।
अंतिम छोर के विद्यार्थियों के सपनों को मिला संबल, श्यांग हायर सेकंडरी स्कूल में पहुँचे राजनीति शास्त्र के व्याख्याता

















