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रेल्वेलाइन मजदूरों की 17 साल की पीड़ा अब आंदोलन में तब्दील – 400 से अधिक कर्मचारियों की मांगों को मिला छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी का समर्थन

छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार पार्टी मजदूरों के साथ कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, 400 से अधिक मजदूरों की चेतावनी – मांगे पूरी नहीं हुई तो रेल रोको आंदोलन होगा

छत्तीसगढ़/कोरबा :- एनटीपीसी सीपत से दीपका रेल्वेलाइन में कार्यरत 400 से अधिक मजदूरों की जायज मांगों को लेकर बड़ा आंदोलन खड़ा हो गया है। मजदूर पिछले 17 वर्षों से लगातार विभिन्न कार्यों में लगे हुए हैं, लेकिन आज भी उन्हें सेमी स्किल्ड श्रेणी में रखा गया है और मात्र ₹12,000 मासिक वेतन में जीवन यापन करने को मजबूर हैं।           

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मजदूरों ने बताया कि वे बीते 3 वर्षों से प्रबंधन से स्किल्ड और हाई-स्किल्ड श्रेणी में शामिल करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी सुनवाई नहीं हुई। उल्टा, प्रबंधन ने हड़ताल समाप्त न करने पर नौकरी से निकालने की धमकी भरे पत्र तक भेज दिए। इस अन्यायपूर्ण स्थिति के विरोध में मजदूर 28 अगस्त से नेवसा ओवरब्रिज के नीचे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं।

आज 1 सितंबर को सैकड़ों मजदूरों के साथ छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के पदाधिकारी व सेनानियों ने कोरबा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में साफ कहा गया है कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो वे सीपत से दीपका रेल्वेसाइडिंग के बीच रेल रोको आंदोलन करने को बाध्य होंगे। यह आंदोलन अब कोरबा के लिए एक बड़ा सामाजिक-आर्थिक मुद्दा बन चुका है और आने वाले दिनों में इसका असर पूरे क्षेत्र की व्यवस्था पर पड़ सकता है।

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