छत्तीसगढ़/कोरबा :- कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की पहल पर लोगो के विभिन्न प्रकार की समस्याओं का निराकरण एक ही जगह में शिविर के माध्यम से करने के लिए सरकार तुंहर द्वार कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। आज विकासखण्ड कोरबा के ग्राम पंचायत कोरकोमा में आयोजित सरकार तुंहर द्वार कार्यक्रम में 119 किसानो को नया किसान किताब मिल गया। नया किसान पुस्तिका मिल जाने से किसानो को खाद-बीज, कृषि लोन एवं समर्थन मूल्य धान बेचने के लिए जरूरी पंजीयन में आसानी होगी। किसानो को जीर्ण-क्षीर्ण, पुराने या गुम हो गये किसान किताब के बदले नया किसान किताब बनाकर दिया गया। सरकार तुंहर द्वार कार्यक्रम के तहत् शिविर के पहले गांव गांव मे सर्वे कर किसान किताब के बारे मे भी जानकारी ली गई। इसी दौरान किसानो ने सर्वे टीम को किसान किताब गुमने, जीर्ण-क्षीर्ण होने या पुराने हो जाने की बात से अवगत कराया। राजस्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा किसानो सेे नई किसान किताब बनाने के लिए आवेदन लिए गये। आवेदन लेने के पश्चात् किसानो का नया किसान किताब बनाया गया। आज कोरकोमा में आयोजित सरकार तुंहर द्वार कार्यक्रम में किसानो को किसान किताब दे दिया गया। कम समय और बिना कार्यालयो के चक्कर काटे किसान किताब मिल जाने से किसानो ने खुश होकर जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
ग्राम छुईढोढा से आये किसान श्री नोहर साय ने बताया कि किसान किताब मिल जाने से बैंक और भूमि संबंधी अन्य राजस्व मामलो में भी सहायक होगी। किसान किताब के माध्यम से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर ब्याज मुक्त कृषि ऋण आदि की सुविधा मिलेगी। किसान किताब में किसान के नाम से भूमि के रकबे और लगान संबंधी जानकारी अंकित रहती है। किसान किताब जमीन की खरीदी बिक्री के समय भी आवश्यक दस्तावेजो के रूप में शामिल रहता है। अन्य किसान श्री धनाराम को शिविर स्थल मे ही किसान किताब मिल जाने से बार-बार पटवारी और तहसीलदार कार्यालय जाने की जरूरत नही पडी। किसानो को आसानी से और एक ही जगह मे शिविर के माध्यम से किसान किताब प्राप्त हो गया।